कोरबा में स्ट्रीट लाइट की बदहाली: शहर अंधेरे में डूबा, हादसों का खतरा बढ़ा

कोरबा। नगर पालिक निगम कोरबा के अंतर्गत मुख्य शहर से लेकर कॉलोनियों तक अंधेरे का साम्राज्य कायम है। प्रमुख सड़कों और आवासीय क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटों की खराब स्थिति के कारण रात के समय अंधेरा छाया रहता है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी के साथ-साथ हादसों का खतरा भी बढ़ गया है।

पावर हाउस रोड पर सुनालिया ज्वेलर्स से मस्जिद तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही। यहां दुकानों की रोशनी से सड़क पर कुछ उजाला रहता है, लेकिन दुकानें बंद होने के बाद पूर्ण अंधेरा छा जाता है।

पुराने शहर में भी आधी स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, जबकि संजय नगर नहर मार्ग और बुधवारी वीआईपी मार्ग पर भी दो दिनों से अंधेरा बना हुआ है।

रविशंकर शुक्ल नगर कॉलोनी में मल्लिक वाटिका से दादर की ओर जाने वाले मार्ग पर हमेशा अंधेरा रहता है। एमपी नगर के मुख्य मार्ग पर भी रोशनी की कमी के कारण यह समस्या हर दिन बनी रहती है।

शहर के कई आंतरिक आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटें आधे-अधूरे ढंग से जल रही हैं या बिल्कुल बंद हैं। इससे न केवल वाहन चलाने में दिक्कत हो रही है, बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ गया है।

निगम सूत्रों के अनुसार, स्ट्रीट लाइटों की मांग को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से एलईडी लाइटों की मंजूरी मिल चुकी है, जो जल्द ही कोरबा निगम को प्राप्त होगी। उम्मीद है कि इसके बाद शहर में सड़क रोशनी की स्थिति में सुधार होगा।