छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 से 18 जुलाई तक, कांग्रेस की रणनीति बैठक आज

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 से 18 जुलाई तक चलेगा। सत्र से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है, और सत्ता पक्ष व विपक्ष दोनों ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आज, 13 जुलाई को रायपुर के राजीव भवन में शाम 4 बजे कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक होगी, जिसमें विधानसभा सत्र की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।

कांग्रेस की रणनीति: सरकार को घेरने की तैयारी

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। बैठक में सरकार की नाकामियों को विधानसभा में उजागर करने की रणनीति पर विचार-विमर्श होगा। संगठन ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे सक्रियता से राज्य सरकार के खिलाफ मुद्दे उठाएं।

सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक की संभावना

चूंकि वर्तमान भाजपा सरकार को सत्ता में डेढ़ साल हो चुके हैं, इस सत्र में सरकार की कथित गड़बड़ियों को प्रमुखता से उठाए जाने की संभावना है। विपक्ष किसानों को खाद-बीज की समस्या, कानून व्यवस्था, युक्तियुक्तकरण, अवैध पेड़ कटाई, अवैध रेत खनन, अवैध शराब, और भारतमाला परियोजना में कथित भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। दूसरी ओर, सत्ता पक्ष के विधायक भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तीखे तेवर दिखा सकते हैं।

गहमागहमी से भरा रहेगा सदन

इन मुद्दों को लेकर विधानसभा में तीखी बहस और गहमागहमी की संभावना है। विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों में भारतमाला परियोजना में कथित अनियमितताएं विशेष रूप से चर्चा का केंद्र रह सकती हैं। इसके अलावा, कानून व्यवस्था और ग्रामीण क्षेत्रों में खाद-बीज की किल्लत जैसे मुद्दे भी सत्र के दौरान हावी रह सकते हैं।

सत्र की अहमियत

यह मानसून सत्र छत्तीसगढ़ की सियासत में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह सरकार के कार्यकाल के डेढ़ साल के प्रदर्शन को परखने का अवसर होगा। दोनों पक्षों की रणनीतियों और सदन में होने वाली चर्चाओं पर सभी की नजरें टिकी हैं।