नाबालिगों का बाइक स्टंट आतंक: ट्रैफिक नियमों की उड़ रही धज्जियां, प्रशासन की चुप्पी

सक्ती। डभरा नगर पंचायत क्षेत्र में नाबालिग बच्चों द्वारा बाइक पर स्टंट और तेज रफ्तार ड्राइविंग का आतंक बढ़ता जा रहा है। शासकीय और निजी स्कूलों के ये नाबालिग छात्र तीन सवारी में बिना हेलमेट तेज रफ्तार बाइकों पर स्टंट करते नजर आते हैं, जिससे सड़कों पर राहगीरों, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में दहशत का माहौल है।

खतरनाक ड्राइविंग बना ‘फैशन’

नाबालिगों द्वारा फटे साइलेंसर वाली बाइकों की तेज आवाज और खतरनाक स्टंट ने सड़कों को जोखिम भरा बना दिया है। ये बच्चे ट्रैफिक नियमों की खुलेआम अनदेखी करते हुए बिना लाइसेंस वाहन चला रहे हैं। डभरा थाना प्रभारी कमल किशोर महतो, जो जिले के यातायात प्रभारी भी हैं, के क्षेत्र में ऐसी गतिविधियां बढ़ रही हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आती।

स्कूल और अभिभावकों की लापरवाही

डभरा में एक शासकीय और तीन निजी स्कूल संचालित हैं, जहां अधिकांश नाबालिग छात्र बाइक से स्कूल पहुंचते हैं। स्कूल प्रबंधन ने इस पर रोक लगाने के लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किए। अभिभावक भी बच्चों को वाहन सौंप रहे हैं, जो कानूनन अपराध है। स्कूल संचालकों का कहना है, “हम मना करते हैं, लेकिन बच्चे नहीं मानते।”

हादसे का खतरा बढ़ा

तीन सवारी, बिना हेलमेट, तेज रफ्तार और फटे साइलेंसर वाली बाइकें सड़कों पर बड़े हादसे को न्योता दे रही हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर स्थिति नहीं सुधरी, तो बड़ा हादसा हो सकता है।

नागरिकों की मांग: सख्त कार्रवाई

नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि:

नाबालिग चालकों के खिलाफ तत्काल चालानी कार्रवाई हो।

फटे साइलेंसर वाली बाइकों को जब्त किया जाए।

स्कूलों को निर्देश दिए जाएं कि वे छात्रों को बाइक से आने से रोकें।

अभिभावकों को नोटिस जारी कर बच्चों को वाहन देने से रोका जाए।

क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से त्वरित और सख्त कदम उठाने की अपील की है, ताकि सड़कों पर सुरक्षित माहौल बनाया जा सके।