देवपहरी जलप्रपात में बढ़ता खतरा: प्रतिबंध के बावजूद पर्यटकों की भीड़, प्रशासन की सख्त चेतावनी

कोरबा जिले के प्रसिद्ध देवपहरी जलप्रपात में मानसून के कारण तेज बहाव और बढ़ते जलस्तर ने खतरे को कई गुना बढ़ा दिया है। प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद, पर्यटकों की भीड़ रुकने का नाम नहीं ले रही। लोग जान जोखिम में डालकर फोटो, वीडियो और एडवेंचर के लिए जलप्रपात पहुंच रहे हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है।

दो दिन पहले हुआ था हादसा

दो दिन पहले, बारिश के कारण नदी के तेज बहाव में दो युवक और तीन युवतियां फंस गए थे। रात 1 बजे तक चले कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन में ग्रामीणों और बचाव दल की मदद से उन्हें सुरक्षित निकाला गया। यह घटना देवपहरी के खतरनाक हालात को दर्शाती है। इसके बावजूद, आज बुधवार को भी कुछ पर्यटक जलप्रपात पहुंचे, जिन्हें स्थानीय ग्रामीणों ने खतरे का हवाला देकर वापस भेजा।

प्रतिबंध की अनदेखी

प्रशासन और पुलिस ने मानसून के दौरान देवपहरी जलप्रपात क्षेत्र में प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध लगाया है। स्थानीय ग्रामीण भी पर्यटकों को लगातार सावधान कर रहे हैं कि अचानक बढ़ने वाला जलस्तर जानलेवा हो सकता है। पहले भी इस क्षेत्र में कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन पर्यटक चेतावनियों को नजरअंदाज कर रहे हैं।

प्रशासन की सख्त अपील

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मानसून में देवपहरी जलप्रपात क्षेत्र में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित है। प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी और दूसरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

जनहित में चेतावनी

देवपहरी जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन मानसून में यह क्षेत्र अत्यंत खतरनाक हो जाता है। प्रशासन और ग्रामीणों ने लोगों से अनुरोध किया है कि चेतावनियों को गंभीरता से लें, क्योंकि एक पल की लापरवाही जीवनभर का पछतावा बन सकती है।