कोरबा में फिर मारपीट की घटना, वायरल वीडियो के बाद पुलिस जांच में जुटी

कोरबा जिले में एक बार फिर मारपीट की घटना ने सामाजिक सौहार्द को चुनौती दी है। कोतवाली थाना क्षेत्र के कोरबा मुख्य मार्ग पर स्थित प्रमोद मेडिकल के पास दो गुटों के बीच हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कुछ युवक दो अन्य युवकों को घेरकर उनकी पिटाई कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि हमलावर और पीड़ित दोनों कोरबा बस्ती के निवासी हैं।

यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज की उदासीनता को भी उजागर करती है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि मारपीट के दौरान आसपास मौजूद लोग मूकदर्शक बने रहे और किसी ने भी हस्तक्षेप या पुलिस को सूचित करने की कोशिश नहीं की।

पुलिस ने लिया संज्ञान, शुरू की जांच

वायरल वीडियो के सामने आने के बाद कोरबा पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है। पुलिस ने बताया कि वीडियो के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

कोरबा में मारपीट की घटनाओं का सिलसिला

यह कोरबा में मारपीट की पहली घटना नहीं है। कुछ महीने पहले कटघोरा के जामा मस्जिद में दो पक्षों के बीच मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज किया था। इसके अलावा, कोरबा जिला न्यायालय परिसर में एक महिला के साथ मारपीट और एक निजी अस्पताल में बीजेपी नेता द्वारा हंगामा व मारपीट की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने थे।

सामाजिक तत्वों पर लगाम की जरूरत

कोरबा में बढ़ती मारपीट की घटनाएं चिंता का विषय बन रही हैं। ये घटनाएं असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद कर रही हैं, जो सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को सख्त कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। दोषियों के खिलाफ जुलूस निकालकर लोगों में डर पैदा करने की जरूरत है। साथ ही, आम लोगों को भी ऐसी घटनाओं को रोकने और पुलिस को तुरंत सूचित करने के लिए आगे आना होगा।

पुलिस की अपील: मूकदर्शक न बनें

कोरबा पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और मूकदर्शक न बनें। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। यह घटना कोरबा में सामुदायिक जिम्मेदारी की कमी को उजागर करती है और समाज को एकजुट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है, ताकि शहर में शांति और सौहार्द बना रहे।