रायपुर सूटकेस मर्डर केस: वकील दंपती दिल्ली से गिरफ्तार, पैसे के लेन-देन में हत्या की आशंका

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में 23 जून को हुए सनसनीखेज सूटकेस मर्डर केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने मुख्य आरोपी दंपती अंकित उपाध्याय और शिवानी शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दोनों रिटायर्ड एएसआई के बेटे और बहू बताए जा रहे हैं। हत्या के बाद ये दंपती फ्लाइट से दिल्ली फरार हो गए थे, जहां दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ ने इन्हें हिरासत में लिया।

मृतक की पहचान किशोर पैकरा के रूप में हुई है, जो शारीरिक रूप से अक्षम था और व्हीलचेयर पर चलता था। सूत्रों के अनुसार, हत्या का कारण जमीन के सौदे में 10 लाख रुपये के लेन-देन का विवाद था। अंकित उपाध्याय, जो पेशे से वकील हैं, ने किशोर की जमीन 50 लाख रुपये में बेची थी, लेकिन उसे केवल 30 लाख रुपये दिए गए। शेष राशि की मांग पर दंपती ने हत्या की साजिश रची।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले किशोर का गला धारदार हथियार से रेता, फिर उसके हाथ-पैर रस्सी से बांधकर लाल सूटकेस में डाला और सीमेंट से प्लास्टर कर दिया। सूटकेस को स्टील के ट्रंक में बंदकर वंडरलैंड के पास सुनसान इलाके में फेंक दिया गया। चार-पांच दिन पुरानी लाश से दुर्गंध उठने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। डीडी नगर थाना पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गोलबाजार की एक दुकान से मिली जानकारी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पह यह की गई।

रायपुर पुलिस ने तीन सदस्यीय टीम भेजकर दोनों आरोपियों को दिल्ली से हिरासत में लिया और रायपुर लाने की तैयारी कर रही है। जांच में चार से पांच अन्य संदिग्धों की भी तलाश जारी है।

कानून-व्यवस्था पर सवाल

इस घटना ने रायपुर में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने घटनास्थल का दौरा कर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। गृहमंत्री केवल दावे करते हैं, लेकिन आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है।”

पुलिस ने बताया कि जल्द ही पूछताछ के बाद हत्या के पूरे मकसद और साजिश का खुलासा किया जाएगा।