हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आए दो युवक, एक की मौके पर मौत, दूसरा 90% झुलसा

कोरबा। मानिकपुर थाना क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास पोखरी मैदान में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ। दो युवक 11 केवी हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आ गए, जिसमें रितेश मनहर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि वीरेंद्र यादव 90% झुलसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

जानकारी के अनुसार, रितेश मनहर और वीरेंद्र यादव शुक्रवार दोपहर रेलवे स्टेशन के सामने पोखरी के पास मैदान में घूमने गए थे। इसी दौरान वीरेंद्र यादव नीचे गिरी हुई 11 केवी हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आ गया और तड़पने लगा। उसे बचाने के लिए रितेश मनहर दौड़ा और एक डंडे की मदद से वीरेंद्र को लाइन से हटाने की कोशिश की। दुर्भाग्यवश, डंडा भीगा हुआ था, जिसके कारण रितेश भी करंट की चपेट में आ गया। इस हादसे में रितेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि वीरेंद्र गंभीर रूप से झुलस गया।

घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायल वीरेंद्र को तत्काल अस्पताल ले गए। मानिकपुर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और रितेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग और प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि गिरी हुई हाई वोल्टेज लाइन की शिकायत पहले भी बिजली विभाग को दी गई थी, लेकिन समय पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अगर बिजली विभाग ने समय रहते लाइन को ठीक कर लिया होता, तो यह हादसा टल सकता था। इस लापरवाही की कीमत एक युवक की जान और दूसरे की जिंदगी ने चुकाई।”

मानिकपुर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।

इस दुखद घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। साथ ही, बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा भी देखा जा रहा है। लोग मांग कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बिजली विभाग को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना चाहिए और खुले में पड़ी बिजली लाइनों को तत्काल ठीक करना चाहिए।

यह हादसा सार्वजनिक स्थानों पर बिजली लाइनों की सुरक्षा और रखरखाव की कमी को उजागर करता है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन बिजली विभाग से नियमित निरीक्षण और त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही, प्रशासन से अपील की जा रही है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और घायल के इलाज के लिए सहायता प्रदान की जाए।