सरपंचों को डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण, नैस्कॉम फाउंडेशन की पहल से ग्रामीण शासन को मिलेगा बढ़ावा

कोरबा। जनपद पंचायत कोरबा के सभाकक्ष में भारत सरकार और नीति आयोग, नई दिल्ली के आकांक्षी जिला/ब्लॉक कार्यक्रम के तहत नैस्कॉम फाउंडेशन द्वारा दो दिवसीय डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री डिजिटल साक्षरता अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है। प्रशिक्षण में जनपद की 65 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने हिस्सा लिया, जिन्हें डिजिटल उपकरणों और ई-गवर्नेस सेवाओं का उपयोग सिखाया गया, ताकि वे अपने दैनिक कार्यों को अधिक प्रभावी और पारदर्शी तरीके से कर सकें।

कार्यक्रम का उद्घाटन कौशाम्बी गबेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत कोरबा, और महेश्वरी साव, विकास विस्तार अधिकारी, ने किया। नैस्कॉम फाउंडेशन के प्रोजेक्ट फिल्ड ऑफिसर लोकेश तिवारी और मास्टर ट्रेनर अनुसुईया ने सरपंचों को कंप्यूटर कौशल, साइबर सुरक्षा और इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग का प्रशिक्षण दिया।

गबेल ने डिजिटल साक्षरता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह आज के युग की आवश्यकता है। लोकेश तिवारी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के सुरक्षित उपयोग पर उपयोगी सुझाव साझा किए।

नैस्कॉम फाउंडेशन की “डिजी-साक्षर” पहल वंचित समुदायों को डिजिटल कौशल प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।

वर्ष 2022 में शुरू हुए आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत 55 जिलों में डिजिटल साक्षरता, ई-गवर्नेस और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल संसाधन केंद्र स्थापित किए गए हैं। यह प्रशिक्षण ग्रामीण शासन को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे स्थानीय प्रशासन में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ेगी।