खरीफ सीजन के लिए 41 समितियों में बीज खाद का भंडारण

किसानों को उठाव के प्रेरित कर रहा है कृषि विभाग

कोरबा। खेती-बाड़ी से जुडक़र जीविका चलाने वाले कृषक मार्ग के जीवन स्तर को कैसे ऊपर उठाया जाए, इसके लिए सरकार लगातार नीतियां बना रही है और किसी विभाग इसका क्रियान्वयन करा रहा है।

समय के साथ कृषि क्षेत्र में नए अनुसंधान और नए अवसर की खोज करते हुए अनाज उत्पादन से जुड़े लोगों को आगे बढ़ाने के लिए रास्ता दिखाया जा रहा है। खरीफ सीजन 2025 को ध्यान में रखते हुए बीज खाद का भंडारण करने के साथ उठाव के लिए प्रेरित किया जा रहा है।


कोरबा जिला में लगभग डेढ़ लाख किसान कृषि से जुड़े हुए हैं । अच्छा खासा कृषि रकबा जिले में उपलब्ध है और इसके माध्यम से खाद्यान्न आवश्यकता है पूरी हो रही हैं । खरीफ सीजन मानसून के साथ शुरू होना है इसके लिए कृषि विभाग ने अपनी ओर से तैयारी की है।

कृषि विभाग के उपसंचालक देवेंद्र पाल सिंह कंवर ने बताया कि जिले में अलग-अलग फसलों का रकबा सुनिश्चित है। मांग को देखते हुए बीज और धान का भंडारण किया गया है।41 समितियां में इसकी पूर्ति की गई है और किसानों को उठाओ करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

उप संचालक कृषि ने बताया कि मानसून पूर्व जागरूकता कार्यक्रम भी हमारा विभाग चला रहा है। 1322 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ऊंचाई वाले हिस्से में किसानों को दलहन तिलहन की फसल लेने के लिए मोटिवेट किया गया है।  कृषि क्रांति को लेकर भी कृषि विभाग कोरबा जिले में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन करने में लगा हुआ है। कई सोपान इसमें शामिल किए गए हैं सुशासन के अंतर्गत भी किसानों को हमने सुविधा दी हैं।

जिले के गठन के 27 वर्ष पूरे होने पर कृषि क्षेत्र में कई प्रकार के परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं । कृषि विभाग की कोशिश है कि समय के साथ कोरबा जिले के कृषक भी कदमताल करें। हर स्तर पर कृषि विभाग उन्हें तकनीकी परामर्श उपलब्ध कराने को लेकर संकल्पित हैं।