ऊर्जाधानी कोरबा में बिजली कटौती से हाहाकार, गर्मी में जनता परेशान

कोरबा जिले में वैशाख की तपती गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग पंखे, कूलर और एयर कंडीशनर का सहारा ले रहे हैं, लेकिन ऊर्जाधानी कहलाने वाले इस जिले में बिजली की आंखमिचौली ने जनता की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।

रोजाना 24 घंटे में 5-6 बार हो रही बिजली कटौती ने लोगों का सब्र तोड़ दिया है।

हालांकि, यह कटौती लंबे समय तक नहीं हो रही, लेकिन कुछ घंटों के अंतराल में बार-बार बिजली गुल होने से लोग परेशान हैं। खासकर शाम के समय ट्रांसपोर्ट नगर, गायत्री मंदिर क्षेत्र, दर्री, जमनीपाली और कुसमुंडा जैसे इलाकों में बिजली की आपूर्ति ठप हो रही है। गर्मी के इस मौसम में बिजली की खपत बढ़ने से ट्रांसफार्मर पर लोड पड़ रहा है, जिसके चलते ट्रांसफार्मर खराब हो रहे हैं। इसका सीधा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली संकट

कोरबा शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति की स्थिति चरमराई हुई है। प्रदेश के पावर हब कहे जाने वाले कोरबा में केंद्र और राज्य सरकार के बिजली घरों के अलावा निजी बिजली कंपनियों के कारखाने भी मौजूद हैं। इसके बावजूद, बिजली कटौती की समस्या से निजात नहीं मिल रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा, जिससे ऊर्जाधानी की साख पर सवाल उठ रहे हैं।

जनता की मांग: स्थायी समाधान

लोगों का कहना है कि गर्मी के इस मौसम में बिजली कटौती न केवल असुविधा का कारण बन रही है, बल्कि रोजमर्रा के कामकाज पर भी असर डाल रही है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और बिजली विभाग से मांग की है कि ट्रांसफार्मर की मरम्मत और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि गर्मी के इस मौसम में राहत मिल सके।