पीएफ घोटाला : श्रमिकों का शोषण, विधायक ने जांच की मांग की

कोरबा। एसईसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में नियोजित ठेकेदारों द्वारा पीएफ में घोटाले का मामला सामने आया है।

भविष्य निधि कार्यालय (ईपीएफ) ने मामले का खुलासा किया है, जिसके बाद दो बड़े ठेकेदार के खिलाफ जुर्म दर्ज करने के साथ 217 ठेकेदारों को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा गया है।


साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में काम करने वाले ठेकेदारों ने अपने मजदूरों का भविष्य निधि नहीं भरा था।

ईपीएफओ की जांच में पता चला है कि कई ठेकेदारों ने मजदूरों से काम तो लिया, लेकिन उनका पीएफ अकाउंट खोला ही नहीं था और न ही उनकी तनख्वाह से कटे पैसे एकाउंट में जमा किए। इससे मजदूरों को नुकसान हुआ है।

मजदूरों कि शिकायत पर जांच कि गई जिसमे ईपीएफओ ने दो बड़े ठेकेदारों पर केस दर्ज किया है और 217 ठेकेदारों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। यह ठेकेदार सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे थे और कर्मचारियों के हक के साथ-साथ सरकार को भी आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे थे।

मुख्य रूप से कुसमुंडा, गेवरा, दीपका खदान मे इन ठेकेदारों कि संख्या ज्यादा है तो वहीं कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल ने मजदूरों के हित मे कहा कि ठेकेदारों द्वारा यह कार्य बिलकुल असहनीय है निश्चित रूप से मजदूरों के हित कों देखते हुए ठेकेदारों पर कार्यवाही कि जानी चाहिए।

विधायक के द्वारा व्यापक जनहित में इस मामले में जांच की मांग की गई है। विधायक के द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर एसईसीएल और कोल इंडिया स्तर पर मामले की शिकायत की गई है। जिस तरह से इस प्रकरण में ठेकेदारों को नोटिस जारी किए गए हैं उससे ऐसा लगता है कि मामला ठंडा नहीं पडऩे वाला है।