लापरवाही : आठ घंटे प्रसव पीड़ा से तड़पती रही महिला, मृत पैदा हुआ बच्चा

अंबिकापुर। सरगुजा में स्वास्थ्य सुविधाओं बुरा हाल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को एक नर्स के भरोसे छोड़ दिया जा रहा है और डॉक्टर नदारद रह रहे हैं तो कहीं लोगों को रिफर करने के बाद भी एंबुलेंस भी नहीं मिल पा रहा है।

स्वास्थ्य सेवाओं में भारी लापरवाही के दो मामले सरगुजा में सामने आए है। एक तरफ अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही और गैर मौजूदगी के कारण महिला को मृत बच्चा पैदा हुआ तो वहीं दूसरी ओर बीती रात पुनः समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण उपचार के अभाव में नवजात की मौत हो गई।

इन दो घटनाओं के बाद मृत नवजात के परिजन सदमे में है और अब उन्होंने मामले में जांच व कार्रवाई की मांग की है। इधर मामले को संज्ञान में लेते हुए संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सभी को नोटिस जारी कर जांच व कार्रवाई के निर्देश सीएमएचओ को दिए है।

नर्स के भरोसे अस्पताल, जन्मा मृत बच्चा

एक नर्स के भरोसे ही पूरे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को छोड़ दिया गया। इस दौरान प्रसूता दर्द से तडपती रही। ना ही कोई चिकित्सक पहुंचा और ना ही प्रसूता को सही उपचार मिला जिसके बाद महिला ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया।

बताया जा रहा है कि लुंड्रा विकासखंड के ग्राम बरगीडीह निवासी ज्योति पति मुनेश्वर सोनवानी को प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है कि जब नर्स ने ड्यूटी डॉक्टर को फोन कर प्रसव केस की जानकारी दी तो उसने अस्पताल आने से मना कर दिया और प्रसव कराने का जिम्मा नर्स को दे दिया।

इस दौरान दिनभर परिजन प्रसूता को लेकर अस्पताल में पड़े रहे। रात लगभग 8 बजे प्रसूता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो उसे लेबर कक्ष में ले जाया गया जहां डेढ़ घंटे तक प्रसूता दर्द से तड़पती रही। प्रसव में दिक्कत पर नर्स ने ज्योती सोनवानी को इंजेक्शन लगाने के साथ ही एक टेबलेट खाने को दिया।

इसके बाद उसकी हालत और बिगड़ गई। प्रसूता को लेकर गई परिजन उर्मिला सोनवानी ने नर्स से कहा भी कि उसका छोटा ऑपरेशन कर दे लेकिन नर्स ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि वह ऑपरेशन नहीं कर सकती है।