मलगांव पहुंच पूर्व गृहमंत्री ने व्यथा सुनी ग्रामीणों की

कोरबा। पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर अपने वादे के मुताबिक मलगांव के भूविस्थापितों की समस्या सुनने सोमवार को उनके बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व एसईसीएल के मुआवजा वितरण में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराएंगे।


ग्राम मलगांव में कटघोरा एसडीएम जनसुनवाई के दौरान यह स्वीकारते रहे कि उन ग्रामीणों का मुआवजा काटा गया है जिन्होंने पुराने निर्माण को विस्तारित कर नया निर्माण किया है। वहीं सवाल उठ रहा है कि अपात्र लोगों को लाखों का मुआवजा क्यों दिया गया।

आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने ग्राम मलगांव पहुंच कर कहा कि एसईसीएल दीपका के अधिकारियों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा मुआवजा वितरण में बड़ा खेल किया गया है। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों का बहुत कम मुआवजा बनाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री आवास हेतु 1 लाख 35 हजार रुपए दे रहे हैं लेकिन जिनका आवास टूटा है, उन्हें 70 हजार रुपये मुआवजा बनाया गया है। अब वह विस्थापित गरीब अपना दूसरा मकान 70 हजार में कैसे बनवायेगा?

मामले में कटघोरा तहसील में पदस्थ एसडीएम, तहसीलदार और वहां पदस्थ बाबू के द्वारा मुआवजा में हेराफेरी कर अपने रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी मुआवजा बनवाने के आरोप लग रहे हैं।  सीबीआई के द्वारा भी एक व्यक्ति के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

श्री कंवर ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वे गांव पहुंचकर उनकी समस्याओं को जानेंगे और समाधान के लिए अपने स्तर पर पूरा प्रयास करेंगे।