एसईसीएल द्वारा प्रस्तावित सडक़ का ग्रामीणों ने किया विरोध

सांसद प्रतिनिधि के नेतृत्व में कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन

कोरबा। अंबिका कोल फील्ड करतली से कोयले का रोड सेल बढ़ाने के लिए एसईसीएल द्वारा ग्राम पंचायत दमिया के बीचो-बीच सडक़ निर्माण के लिए सर्वे कराया जा रहा है। संभावित खतरे को भांपते हुए ग्रामीण लामबंद हो गए हैं और विरोध प्रारंभ हो गया है।


जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर को ग्राम पंचायत दमिया में ग्रामीणों की आवश्यक बैठक आहूत हुई, जिसमें सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा के सामने ग्रामीणों ने एसईसीएल द्वारा सडक़ निर्माण के लिए कराये जा रहे सर्वे की जानकारी दी।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रशांत मिश्रा ने ग्रामीणों को बताया कि गांव के बीचों-बीच सडक़ निर्माण से कोयला लोड भारी वाहनों की आवाजाही बढ़ जाएगी और क्षेत्र के लोगों का रहना दूभर हो जाएगा। श्री मिश्रा ने ग्रामीणों से एकजुट होकर इसका विरोध करने की रणनीति बनायी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया। उक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि एसईसीएल मनमानी करेगा तो बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।


दमिया के बीचों-बीच सडक़ बनने से कई खतरा
सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा ने ग्रामिणों को बताया कि यदि गांव के बीच से कोयला लोड भारी वाहन गुजरेंगे, तो सबसे बड़ा खतरा दुर्घटना का है। गांव में छोटे-छोटे बच्चे खेलते रहते हैं, जिससे खतरा बढ़ जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधी कठिनाईयां भी आएंगी और कोयले के डस्ट से कई बीमारियां फैलेंगी। लोगों का सामान्य जीवन बड़े वाहनों के गुजरने से बदल जाएगा और जीवन में घुटन पैदा हो जाएगी।

बैठक में रणनीति बनी कि एसईसीएल गांव के बाहर जो बाइपास सडक़ बनी है, उस रोड का उपयोग बड़े वाहनों के लिए करे और यदि हमारे जीवन को असामान्य करने की कोशिश की गई तो हम हर तरह से एसईसीएल के खिलाफ लड़ाई लडऩे के लिए बाध्य होंगे।


ग्राम सभा का भी आयोजन
ग्राम पंचायत दमिया में एसईसीएल द्वारा सडक़ निर्माण के लिए सर्वे का विरोध करने विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कृष्ण कुमार कुरसेंगा ने किया, जिसमें सरपंच श्रीमती अनिता, सचिव सहित सभी पंचगण एवं गांववासी उपस्थित हुए और एक स्वर में प्रस्ताव पारित किया गया कि बस्ती के बीचो-बीच सडक़ निर्माण के लिए ग्राम पंचायत द्वारा एनओसी नहीं दी जाएगी।

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने का भी निर्णय लिया गया जिसमें सरपंच सचिव, उपसरपंच, सभी पंच एवं ग्रामवासियों का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन तैयार किया गया।