एनटीपीसी सीपत, लारा व कोरबा का राखड़ दुग्गा व बिश्रामपुर के बंद खदान में भरा जाएगा

कोरबा। पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एनटीपीसी और साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) ने सोमवार को 13 मिलियन मीट्रिक टन राख को बंद खदानों में भरने के लिए समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते में दुग्गा (भटगांव) के खाली खदान के लिए लगभग 117.81 लाख घन मीटर और बिश्रामपुर की खाली कोयला खदान में 12.02 लाख घन मीटर राख के निपटान की रूपरेखा तैयार की गई है।

एनटीपीसी के तीन स्टेशन सीपत, लारा और कोरबा को राख की खपत में एसईसीएल ने सहयोग किया है। विशेष रूप से, एनटीपीसी सीपत 5.4 मिलियन मीट्रिक टन, लारा 2.9 मिलियन मीट्रिक टन और कोरबा 4.7 मिलियन मीट्रिक टन राख भरने के लिए प्रदान करेगा।

यह पहल न केवल प्रभावी राख प्रबंधन की सुविधा प्रदान करती है, बल्कि बंद खनन स्थलों के पुनर्स्थापन में भी योगदान करती है, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।