छह घंटे की गहमागहमी के बाद कोल कर्मियों के 93 हजार 750 बोनस पर मुहर

कोरबा । कोयला कर्मियों के परफारमेंस लिंक्ड रिवार्ड (बोनस) को लेकर श्रमिक संघ प्रतिनिधि व प्रबंधन के मध्य छह घंटे तक मैराथन बैठक चली। दोपहर तीन बजे शुरू हुई बैठक रात नौ बजे समाप्त हुई। इस दौरान दोनों पक्ष अपनी बात पर अड़े रहे, श्रमिक संघ प्रतिनिधियों द्वारा आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद प्रबंधन ने 93 हजार 750 रुपये बोनस देने पर सहमति जताई। यह राशि नौ अक्टूबर को कर्मचारियों के बैंक खाते में जमा करा दी जाएगी।

साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) समेत कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) की अन्य संबद्ध कंपनी में कार्यरत 2.40 कर्मियों के बोनस निर्धारण को लेकर दिल्ली में स्टैंडराइजेशन कमेटी (मानकीकरण समिति) की बैठक आयोजित की गई। दोपहर तीन बजे से शुरू हुई बैठक में प्रबंधन व श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने अपना पक्ष रखा। श्रमिक संघ ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी ने लगभग 37 हजार करोड़ का लाभ अर्जित किए जाने की बात कहते हुए कर्मियों के लिए 1.50 लाख रुपये बोनस देने का प्रस्ताव रखा, पर प्रबंधन ने इससे इंकार कर दिया।

बाद में श्रमिक संघ प्रतिनिधि 1.25 लाख रुपये का प्रस्ताव रखे, तो प्रबंधन ने 85 हजार रुपये देने की पेशकश की। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष अड़ गए और लंबी वार्ता चली।


बाद में सभी यूनियन प्रतिनिधि बाहर आ गए और आपस में बैठक कर आगे की रूपरेखा बनाने लगे। कुछ प्रतिनिधियों का कहना था कि प्रबंधन से समझौता करने के पक्ष में नही, इसलिए चर्चा करने की जगह आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जाए। काफी खींचतान के बाद आखिरकार प्रबंधन ने पिछली बार की राशि में आठ हजार 750 रुपये की वृद्धि करने अपनी सहमति प्रदान की।

बैठक में प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया के अध्यक्ष पीएम प्रसाद, निदेशक कार्मिक (डीपी) सीआइएल विनय रंजन, डीपी एमसीएल केशव राव, डीपी सीसीएल एचएन मिश्रा, डीपी एनसीएल मनीष कुमार, डीपी बीसीसीएल एमके रमैय्या, डीपी ईसीएल डीपी मंजर आलम, एसईसीएल बिरंची दास, डीपी डब्ल्यूसीएल बिक्रम घोष, डीपी सिंगरेनी जी वी रेड्डी, डीटी सीएमपीडीआइ शंकर नागचारी तथा श्रमिक संघ प्रतिनिधियों में बीएमएस से सुधीर घुरडे, मजरुल हक अंसारी, एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, शिवकुमार यादव, एटक रमेंद्र कुमार, सीटू से डीडी रामनंदन तथा वैकल्पिक सदस्य के रूप में बीएमएस से वाई स्थाइया, एचएमएस से रियाज अहमद, एटक से हरिद्वार सिंह व सीटू से आरपी सिंह उपस्थित रहे।

ठेका मजदूरों को मिलेगा 8.33 प्रतिशत

स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक में सबसे पहले कोयला खदान में कार्यरत ठेका मजदूरों के बोनस पर प्रबंधन व श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने मंथन किया। काफी देर चर्चा करने के बाद आखिरकार यह निर्णय लिया गया कि बोनस एक्ट के तहत ठेका मजदूरों को बोनस प्रदान किया जाएगा। इस एक्ट के तहत प्रत्येक ठेका मजदूर 8.33 प्रतिशत बोनस देने पर सहमति बनी। हालांकि भुगतान कब तक होगा, इस बारे में प्रबंधन ने जल्द आदेश जारी करने का आश्वासन दिया।

पहली बार बढ़ी इतनी राशि

कोयला कर्मियों के बोनस में लगातार बढ़ोत्तरी होती रही और 17 साल की अवधि में यह राशि 85 हजार पहुंच गई। बात वर्ष 2007 से करें, तो इस दौरान कर्मियों को मात्र छह हजार रुपये बोनस के रूप में दिया गया। इसके बाद 2008 में 8350, वर्ष 2010 में 15 हजार दिया गया। वही वर्ष 2011 में छह हजार की बढ़ोत्तरी हुई, तो वर्ष 2013, 2015 व वर्ष 2023 में 8500 रूपये की बढोत्तरी हुई, इसके बाद तीन से चार हजार की बढ़ोत्तरी हुई। यह पहली बार होगा जब प्रबंधन ने आठ हजार 750 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।


ऐसे बढ़ती गई राशि

वर्ष- राशि (रुपये)

2015- 48500

2016- 54000

2017- 57000

2018- 60500

2019- 64700

2020- 68500

2021- 72500

2022- 76500

2023- 85000

2024- 93750