कलेक्टर व एसपी ने कानून व्यवस्था के संबंध में राजस्व व पुलिस अधिकारियों की ली बैठक

लोक शांति भंग करने वाली सभी गतिविधियों पर बनाए रखें पैनी नजर : कलेक्टर

कोरबा। कलेक्टर अजीत वसंत व पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने जिले में लोक शांति भंग करने वाली सभी गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखने एवं सामाजिक समरसता के लिए कानून व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराने हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


कलेक्टर ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था एवं सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी अधिकारी सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को जिले में आने वाले पंचायत चुनाव के ध्यान में रखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सामाजिक समस्या को चिन्हांकित कर शासन के नियमानुसार निराकरण की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

जिससे आगे चलकर इनसे किसी प्रकार की लोक शांति भंग होने की स्थिति निर्मित ना हो। उन्होंने संवेदनशील मामलों में नजर रखकर त्वरित कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि अवैध शराब विक्रय, अवैध कबाड़ व्यवसाय, बिना अनुमति के खनिज उत्खनन, राखड़ परिवहन सहित किसी भी तरह की असामाजिक एवं अवैध गतिवधियों पर रोक लगाने के लिए तत्काल कड़ी कार्रवाई करें।

ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पानी, बिजली, सडक़, अतिक्रमण की समस्याओं को चिन्हाकित कर उनका समय रहते निदान करने के लिए कहा। कलेक्टर ने  सडक़ दुर्घटना से होने वाली कानून अव्यवस्था की समस्या के समाधान हेतु सीएसआर मद से पीडि़तों को तत्काल राहत राशि प्रदान करने के लिए कहा। इस हेतु सभी एसडीएम से प्रस्ताव प्रस्तुत करने की बात कही।

हाथी प्रभावित क्षेत्रों में भी आमजनों को राहत पहुचाने के लिए जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने के लिए कहा। इस अवसर पर निगमायुक्त श्रीमती प्रतिष्ठा ममगाई, अपर कलेक्टर दिनेश नाग, एडिशनल एसपी यूबीएस चौहान, श्रीमती नेहा वर्मा सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


सूचना तंत्र को सक्रिय व मजबूत बनाए रखें : एसपी


बैठक में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि आने वाला समय चुनौतीपूर्ण है, सभी को सजग रहकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की असंवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण लगाना सभी अधिकारियों की संयुक्त जिम्मेदारी है। इस हेतु सभी अधिकारी अपने सूचना तंत्र को सक्रिय एवं मजबूत बनाए रखें।

ऐसी कोई भी असामाजिक गतिविधि जो कानून व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है, उस पर विशेष ध्यान दें। साथ ही असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले व्यक्तियों का भी पहचान कर उनकी जानकारी एकत्र करे।

उन्होंने सभी एसडीएम, एसडीओपी तथा तहसीलदार, थाना प्रभारी को साप्ताहिक रूप से संयुक्त बैठक कर समस्याओं पर चर्चा करने की बात कही। जिससे किसी भी घटना एवं चुनौती का सामना करने में आसानी हो।