सभी चिकित्सक ड्यूटी टाइम में उपस्थित रहकर उपचार करें : कलेक्टर

पीवीटीजी के गंभीर बीमारियों के ईलाज पर का संपूर्ण खर्च डीएमएफ से

कोरबा । जिले में 2 विशेष सरंक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर निवास करते हैं जिनकी संख्या लगभग 5 हजार के करीब है। पीवीटीजी समुदाय के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों के इलाज के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को देते हुए कलेक्टर ने कहा कि इन समुदाय के गम्भीर बीमारी से संक्रमित व्यक्ति जिनका उपचार मेडिकल कॉलेज में संभव नहीं है, उनके राज्य के भीतर एवं राज्य के बाहर किसी भी अस्पताल में कराये जाने में होने वाले सम्पूर्ण खर्च का वहन डीएमएफ द्वारा किया जाएगा।


कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में चिकित्सा अधिकारियों को ड्यूटी समय में चिकित्सालय में उपस्थित रहकर मरीजों का इलाज करने के निर्देश दिए। अनावश्यक मरीजों को रेफर नहीं करने के लिए कहा। जिले में डायरिया, डेंगू, मलेरिया व अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित रखने एवं जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का समुचित क्रियान्वयन करने निर्देशित किया।


कर्मचारियों के संबंध में दिए निर्देश
कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारियों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में किसी एक पद के कर्मचारी पदस्थ होने की स्थिति में उसी पद का दूसरा कर्मचारी पदस्थ न करें। डीएमएफ द्वारा की जा रही स्वास्थ्य कर्मचारियों की भर्ती में पात्र-अपात्र अभ्यर्थियों की सूची बुधवार को जारी करना है एवं आगामी 7 दिनों में प्रोविजनल सूची वेटिंग लिस्ट के साथ निकालना है। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा व बिरहोर वर्ग के शिक्षित युवाओं को नियुक्त करना है।


पीवीटीजी बसाहटों में निरंतर स्वास्थ्य शिविर लगाएं
कलेक्टर ने पीवीटीजी समुदाय के बसाहटों में लगातार 2-3 माह तक स्वास्थ्य शिविर लगाकर उन्हें स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने, आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण, खून, शुगर, बीपी की जांच, आयुष्मान कार्ड निर्माण आदि जैसे अनेक स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं से लाभांवित करने के लिए कहा। इन बसाहटों में टीबी मरीजों का कांटेक्ट ट्रेसिंग कर उन्हें दवाईयां, निक्षय मित्रों से अटैच करने तथा टेस्ट का रेशियो पूरा करने की बात कही।


सूचना तंत्र को सक्रिय रखें, व्यापक प्रचार-प्रसार करें
कलेक्टर ने जिले में डायरिया, मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु सतर्क रहने एवं स्वास्थ्य विभाग को अपने सूचना तंत्र को सक्रिय रखने की बात कही ताकि संक्रमण की जानकारी मिलते ही तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुँचकर मरीजों का उपचार कर सके। सभी केंद्रों में आवश्यक सभी दवाईयां की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य अमले को निर्देशित किया कि मौसमी बीमारियों से कोई भी मृत्यु नहीं होनी चाहिए, सभी स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें। निगम की गाडिय़ों में डेंगू से बचाव के संबंध में ऑडियो मैसेज के माध्यम से जनजागरूकता लाएं साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक प्रचार-प्रसार करें।