गाजरनाला के पास ट्रेलर की चपेट में आने से साइकिल सवार की मौत

पाली : शुक्रवार की रात लगभग दस बजे नेशनल हाईवे 130 पर गाजरनाला कोसाबाड़ी के बीच एक अज्ञात वाहन के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए साइकिल सवार अज्ञात युवक को अपनी चपेट में ले लिया। युवक की स्थल पर दर्दनाक मौत हो गई। राहगीरों ने घायल अवस्था में युवक को देखा और इसकी सूचना डायल 112 और एंबुलेंस को दी। घटना स्थल पर पहुंची एंबुलेंस की मदद से युवक को उपचार के लिए पाली अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने जांच उपरांत मृत घोषित कर दिया।


जांच के दौरान शव की शिनाख्त राजेंद्र कुमार 27 वर्ष ग्राम धौराभाठा आश्रित मोहल्ला गोकनाई निवासी के रूप में की गई। इसके बाद पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दिया है। इसके साथ ही टक्कर मारकर फरार हुए ट्रेलर की पतासाजी पुलिस कर रही है। यहां बताना होगा कि तेज गति से गाड़ी चलाना साथ ही लापरवाही से या नशे में वाहन चलाना और ट्रैफिक के नियमों का पालन न करना है। इन कारणों से सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी हो रही है । गुरुवार को बाइक सवार तीन दोस्तों को हादसे में अपनी जान गंवानी पड़ी। इस बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के पीछे बड़ी वजह चालकों की लापरवाही होती है।

सबसे ज्यादा लापरवाही दोपहिया सवार बरतते देखे जाते हैं। उन्हें न तो यातायात नियमों के पालन की चिंता रहती है और न ही उनकी हरकत से दूसरों को होने वाली परेशानी से। वर्तमान में युवक लापरवाहीपूर्वक तेज रफ्तार में बाइक चलाते हैं जैसे हवा से बातें कर रहे हो। इस बीच थोड़ी से असावधानी होने पर दुर्घटना को अंजाम देने के साथ अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। जिले में बाइक चालकों की लापरवाही के कारण हर सप्ताह एक-दो सड़क दुर्घटना आम बात हो गयी है। लोग शराब के नशे में भी वाहन चलाने से गुरेज नहीं करते हैं। न केवल बाइक बल्कि सवारियों को लेकर जाने वाले तीन पहिया और चार पहिया वाहन के चालक भी नशे की हालत में गाड़ी चलाते हैं। ऐसे चालकों की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में मरने या घायल होने वाले लोगों की संख्या अधिक हो जाती है। दुर्घटनाओं के लिए बदनाम हो रही पाली क्षेत्र की सड़कें लगातार लोगों की जिंदगी छीन रही हैं। सड़क दुर्घटना क्यों बढ़ रही हैं, यह सभी को पता है। जन से लेकर तंत्र तक इस बात से वाकिफ है, लेकिन बात जब कर्तव्य निर्वहन की होती है तो सभी पीछे हटते या फिर पल्ला झाड़ते नजर आते हैं। तेज गति से वाहन चलाने वाले व अपनी या सामने वाले की लापरवाही के कारण लोग अक्सर सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं और एक छोटी सी गलती जीवन को संकट में डाल देती है।


15 दिन में हो चुकी 11 मौत

जिले में सड़क दुर्घटनाएं कम होती नजर नहीं आ रही। तेज रफ्तार के कहर से लोगों की जान जा रही है। बावजूद तेज रफ्तार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस व प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, पर सफलता नहीं मिल पा रही है। पिछले 15 दिनों में 11 लोगों की अपनी जान सड़क दुर्घटना में गंवानी पड़ी है। तीन दिन के भीतर पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चार लोग एक ही गांव के निवासी हैं। घटना से गांव में शोक की लहर व्याप्त है।

मासूम के सिर से उठा पिता का साया
बताया जा रहा है कि सड़क दुर्घटना में मृत राजेंद्र कुमार का दो वर्ष पहले ही विवाह हुआ था और उसका एक बच्चा भी है। साथ ही परिवार में पत्नी के अलावा माता पिता है। राजेंद्र की मृत्यु से घर में शोक व्याप्त है। घटना की जानकारी मिलते ही स्वजन अस्पताल पहुंचे और शिनाख्त किए। इसके बाद पुलिस ने आगे कार्रवाई की। देर शाम को गांव के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।