पूर्व विधायक के भाई की हत्या का सनसनीखेज खुलासा, अवैध संबंध के शक में 1 लाख की सुपारी

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लैलूंगा विधानसभा के पूर्व कांग्रेस विधायक चक्रधर सिदार के छोटे भाई जयपाल सिदार (43 वर्ष) की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है।

अवैध संबंध के शक में जेल में बंद हत्यारा शिव साहू ने 1 लाख रुपये की सुपारी देकर इस वारदात को अंजाम दिलवाया। पुलिस ने तीन आरोपियों शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू पहले से ही जेल में है।

जयपाल सिदार, जो ग्राम पंचायत पाकरगांव के सचिव थे, 7 जुलाई को अपनी स्विफ्ट डिजायर कार (सीजी 12 बीए 6453) से बच्चों को स्कूल छोड़ने गए थे। इसके बाद वे रहस्यमय ढंग से लापता हो गए। परिजनों ने 8 जुलाई को लैलूंगा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने मोबाइल लोकेशन,सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर जांच तेज की, जिसके दौरान तीन संदिग्धों की गतिविधियां सामने आईं।

पूछताछ में मुख्य आरोपी शुभम गुप्ता, जो जयपाल के साथ आवास मित्र के रूप में काम करता था, ने बताया कि रायगढ़ के फुटहामुडा निवासी शिव साहू ने 6 महीने पहले पैरोल पर आने के दौरान पुरानी रंजिश के चलते जयपाल की हत्या के लिए 1 लाख रुपये की सुपारी दी थी। 3 जुलाई को शिव साहू से पुनः मुलाकात हुई और 10 हजार रुपये एडवांस लिए गए।

7 जुलाई को आरोपियों ने जयपाल को कोतबा जाने के बहाने बुलाया और उनकी ही कार में सवार होकर जशपुर रोड की ओर निकले। रास्ते में गमछे से गला घोंटकर चलती कार में हत्या कर दी गई।

शव को कार में छिपाकर कई स्थानों पर घूमने के बाद आरोपियों ने इसे धरमजयगढ़ क्षेत्र की सिसरिंगा घाटी में फेंक दिया। जयपाल का मोबाइल मैनपाट जंगल में और कार लाखा के पास नंबर प्लेट हटाकर छोड़ दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए गमछे को जला दिया गया।

पुलिस ने 30 जुलाई को सिसरिंगा घाटी से सड़ी-गली हालत में शव बरामद किया और पोस्टमॉर्टम के बाद हत्या की पुष्टि हुई। धरमजयगढ़ थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238, 61(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर चारों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं।