नमामि हसदेव सेवा समिति की पहल, हसदेव नदी के संरक्षण और रिवर फ्रंट निर्माण की मांग

कोरबा जिले की जीवनदायिनी हसदेव नदी और इसकी सहायक नदियों के संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और तटों के सौंदर्यीकरण के लिए नमामि हसदेव सेवा समिति ने व्यापक अभियान शुरू किया है। समिति ने हसदेव नदी के दर्री बांध से कुदुरमाल पुल तक रिवर फ्रंट निर्माण की मांग को लेकर शासन-प्रशासन को पत्र सौंपने और जन-जागरण अभियान चलाने की घोषणा की है। यह बात समिति के पदाधिकारियों ने तिलक भवन प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।

रिवर फ्रंट निर्माण: कोरबा की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर

पत्रकार वार्ता में नमामि हसदेव सेवा समिति के श्रेष्ठ सिंह ठाकुर, चन्द्र किशोर श्रीवास्तव, रणधीर पाण्डेय, नरेश कुमार अरोरा, रवीन्द्र कुमार पाराशर और यशवंत कुमार मिश्रा ने बताया कि हसदेव नदी का क्षेत्र धार्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटकीय और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

हालांकि, वर्तमान में यह क्षेत्र प्रदूषण, अव्यवस्था और असुरक्षा की चपेट में है। समिति का मानना है कि शासन-प्रशासन की सक्रिय भागीदारी से इस क्षेत्र को विश्वस्तरीय रिवर फ्रंट में तब्दील किया जा सकता है, जो न केवल कोरबा की भौगोलिक और धार्मिक गरिमा को बढ़ाएगा, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्थायी पर्यावरणीय और सांस्कृतिक धरोहर भी स्थापित करेगा।

हसदेव आरती और जन-जागरण अभियान

नमामि हसदेव सेवा समिति द्वारा प्रत्येक माह की पूर्णिमा को सायं 5 बजे माँ सर्वमंगला घाट पर हसदेव आरती का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा, रिवर फ्रंट निर्माण के लिए जन-जागरण और समर्थन जुटाने के लिए दो चरणों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।

प्रथम चरण 9 अगस्त से 7 अक्टूबर 2025 तक होगा, जिसमें जनप्रतिनिधियों, आध्यात्मिक संगठनों, सामाजिक-व्यावसायिक संगठनों और गणमान्य नागरिकों से समर्थन में हस्ताक्षर एकत्र किए जाएंगे। इस चरण का समापन 7 अक्टूबर को संकल्प सभा के साथ होगा, जिसमें लोग रिवर फ्रंट निर्माण के लिए तन, मन और धन से सहभागिता का संकल्प लेंगे।

द्वितीय चरण 5 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें जिले के आम नागरिकों से हस्ताक्षर एकत्र किए जाएंगे। समिति ने शासन-प्रशासन के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और जनसंवाद जैसे कार्यक्रमों में सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी जताई है।

आगामी कार्यक्रमों का रोडमैप

नमामि हसदेव सेवा समिति ने अपने आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी साझा की:

9 अगस्त 2025: हसदेव आरती, माँ सर्वमंगला घाट

7 सितंबर 2025: हसदेव आरती

7 अक्टूबर 2025: संकल्प सभा

1 नवंबर 2025: कलश यात्रा

1 से 5 नवंबर 2025: श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ

5 नवंबर 2025: हसदेव महाआरती, माँ सर्वमंगला घाट

शासन-प्रशासन को पत्र और सामाजिक सहभागिता

समिति ने घोषणा की कि हसदेव नदी के दोनों किनारों पर दर्री बांध से कुदुरमाल पुल तक रिवर फ्रंट निर्माण के लिए शासन-प्रशासन को औपचारिक पत्र सौंपा जाएगा। इसके साथ ही, समिति ने स्थानीय समुदाय को इस पवित्र कार्य से जोड़ने के लिए स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और जनसंवाद जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है।

सामाजिक और पर्यावरणीय महत्व

हसदेव नदी कोरबा के लिए न केवल एक जल स्रोत है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का भी प्रतीक है। समिति का कहना है कि रिवर फ्रंट का निर्माण नदी के प्रदूषण को कम करने, इसके किनारों को सुरक्षित और व्यवस्थित करने, और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना कोरबा को वैश्विक मानचित्र पर एक नई पहचान दिला सकती है।

जनता से अपील

नमामि हसदेव सेवा समिति ने कोरबा के नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल होने की अपील की है। समिति ने कहा कि यह केवल एक संगठन का प्रयास नहीं, बल्कि पूरे समुदाय की भागीदारी से हसदेव नदी को पुनर्जनन और संरक्षण का प्रतीक बनाया जा सकता है।