भिलाईबाजार में एसईसीएल के ड्रोन सर्वे के खिलाफ ग्रामीणों का हंगामा, आंदोलन की चेतावनी

कोरबा जिले के भिलाईबाजार में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की गेवरा खदान के लिए प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा है।

कटघोरा एसडीएम द्वारा 23 से 27 जुलाई तक ड्रोन सर्वे के आदेश के खिलाफ सैकड़ों ग्रामीण पंचायत भवन में जुटे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

ग्रामीणों का कहना है कि 28 मार्च की त्रिपक्षीय वार्ता और 22 जुलाई की ग्रामसभा में यह सहमति बनी थी कि धारा 9 के प्रकाशन और मुआवजा पत्रक तैयार होने तक ड्रोन सर्वे नहीं होगा। बावजूद इसके, एसडीएम ने 23 से 27 जुलाई तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक सर्वे की अनुमति दे दी, जिसे ग्रामीणों ने अन्यायपूर्ण बताया।

सरपंच रजनी मरकाम ने कहा, “बिना सहमति और मुआवजा पत्रक के सर्वे हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।”

ग्रामीणों ने कलेक्टर से ड्रोन सर्वे का आदेश तुरंत रद्द करने की मांग की है, अन्यथा वे आंदोलन को मजबूर होंगे। उधर, एसडीएम कार्यालय का कहना है कि कोल बेयरिंग एरिया एक्ट 1957 के तहत धारा 7(1) का प्रकाशन हो चुका है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए ड्रोन सर्वे जरूरी है।

ग्रामीणों ने इसे अस्वीकार करते हुए मांगें पूरी होने तक कार्रवाई रोकने की मांग की है।

“ड्रोन सर्वे का आदेश अनुचित है। मुआवजा पत्रक के बिना सर्वे नहीं होने देंगे। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है, मांगें न मानी गईं तो आंदोलन करेंगे।”
रजनी मरकाम, सरपंच, भिलाईबाजार