भूपेश बघेल की काली करतूतें उजागर, कोयला घोटाले में कांग्रेस का दोहरा मापदंड: लखन लाल देवांगन

कोरबा। छत्तीसगढ़ के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कोयला घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमकर निशाना साधा।

कोरबा में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल अपनी काली करतूतों को जंगलों में भी नहीं छुपा सकते। उन्होंने सवाल उठाया कि चैतन्य बघेल, जिनके खिलाफ ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है, कांग्रेस में किस पद पर हैं कि पार्टी उनके लिए पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर जनता को परेशान करने की तैयारी में है।


देवांगन ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल की सरकार ने कोल परिवहन को ऑनलाइन से ऑफलाइन कर कोयला खदानों में अवैध वसूली को बढ़ावा दिया।

उन्होंने बताया कि विष्णु देव साय की भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के दो महीने बाद ही 7 फरवरी 2024 को कोल परिवहन को पुनः ऑनलाइन कर गड़बड़ियों पर रोक लगाई। उन्होंने कहा कि शराब, कोयला, चावल, गोठान और पीएससी घोटालों के आरोपी एक-एक कर बेनकाब हो रहे हैं, जिससे कांग्रेस बौखला गई है।

मंत्री ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश बघेल ने न केवल अशोक गहलोत को कोल ब्लॉक आवंटित किया, बल्कि मनमोहन सिंह की सरकार में भी नियमों को ताक पर रखकर छत्तीसगढ़ के कोल ब्लॉक आवंटन को आसान किया गया।

उन्होंने बताया कि 2010 में कांग्रेस की केंद्र सरकार ने हसदेव अरण्य को नो-गो जोन घोषित किया था, लेकिन तत्कालीन पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने इसे गो एरिया में बदल दिया।

प्रेस वार्ता में भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी, महापौर संजू देवी राजपूत, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, पूर्व महापौर जोगेश लांबा, पार्षद अशोक चावलानी, नरेंद्र देवांगन सहित अन्य नेता उपस्थित थे।