किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की सख्त कार्रवाई, कृषि केंद्रों पर छापेमारी

बिलासपुर।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर किसानों को उचित मूल्य पर गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए बिलासपुर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल के आदेश पर गठित विशेष उड़नदस्ता टीम ने विकासखंड कोटा और बिल्हा में आधा दर्जन कृषि केंद्रों पर छापामार कार्रवाई की, जिसमें कई अनियमितताएं पकड़ी गईं।

अनियमितताओं पर सख्ती

उप संचालक कृषि ने बताया कि रतनपुर के मेसर्स उन्नत कृषि केंद्र में बिना बिल के उर्वरक बेचे जाने पर नोटिस जारी किया गया। कोनचरा के मेसर्स शेखर कृषि केंद्र में बिना आई.एफ.एम.एस. आई.डी. के उर्वरक बिक्री के कारण स्टॉक जब्त कर विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया। ग्राम कोनचरा के अतुल कृषि केंद्र के गोदाम को अनियमितताओं के चलते सील कर दिया गया। बिल्हा के ग्राम मदनपुर में मेसर्स राघवेंद्र देवांगन के केंद्र पर मूल्य व स्टॉक सूची का प्रदर्शन न करने, भंडारण-वितरण की रिपोर्ट न भेजने और बिल संधारण में कमी के कारण विक्रय पर प्रतिबंध लगाकर स्पष्टीकरण मांगा गया। तखतपुर के मेसर्स किसान सेवा केंद्र में अनियमितताओं के कारण पहले जारी नोटिस का जवाब असंतोषजनक होने पर लाइसेंस को 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया।

सभी उक्त कृषि केंद्रों को सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण और पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। समय पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर लाइसेंस निलंबन या निरस्तीकरण की कार्रवाई होगी।

निरीक्षण दल और पॉस मशीन पर जोर

निरीक्षण दल में उप संचालक कृषि पी.डी. हथेश्वर, सहायक संचालक अनिल कुमार शुक्ला, खेमराज शर्मा, विजय धीरज, दिलीप रात्रे, मारू, और आर.जी. भानू शामिल थे। जिला प्रशासन ने सभी उर्वरक विक्रेताओं को बिना पॉस मशीन के उर्वरक बिक्री न करने के सख्त निर्देश दिए हैं। विक्रेता पॉस मशीन के लिए वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, उर्वरक निरीक्षक या उप संचालक कृषि कार्यालय, बिलासपुर से संपर्क कर सकते हैं।

किसानों के हित में कार्रवाई

जिला प्रशासन की इस कार्रवाई का उद्देश्य किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक उचित मूल्य पर सुनिश्चित करना और उर्वरक वितरण में पारदर्शिता लाना है। इस कदम से कालाबाजारी और अनियमितताओं पर अंकुश लगने की उम्मीद है।