कलेक्टर ने स्कूलों, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य केंद्रों का किया औचक निरीक्षण, स्वच्छता और शिक्षा पर जताई नाराजगी

जांजगीर-चांपा। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने मंगलवार को बलौदा, नवागढ़ और बम्हनीडीह विकासखंड के शासकीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता, मध्यान्ह भोजन, स्वच्छता, पोषण आहार और स्वास्थ्य सेवाओं की बारीकी से जांच की। निरीक्षण में कमियां पाए जाने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।

कलेक्टर ने जर्वे के शासकीय प्राथमिक स्कूल में बच्चों से विषयों पर चर्चा की और गणित में कमजोर छात्रों को अधिक अभ्यास कराने के निर्देश दिए। जर्वे (च) आंगनबाड़ी केंद्र में कम उपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए सहायिका को बच्चों को तत्काल उपस्थित कराने और सुपरवाइजर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

खोखरा के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों से पाठ्यक्रम की जानकारी ली और विषयवार शिक्षक कार्यशालाओं का आयोजन करने को कहा।

कनकपुर प्राथमिक शाला में परिसर में जलभराव पर नाराजगी जताते हुए ड्रेनेज व्यवस्था सुधारने और ग्राम पंचायत सचिव को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

आंगनबाड़ी केंद्रों में कलेक्टर ने छोटे बच्चों की बुनियादी शिक्षा, जैसे एबीसीडी और फल-सब्जियों के नाम, पर जोर दिया। उन्होंने अभिभावकों को बच्चों को केंद्रों में भेजने के लिए प्रेरित करने और कार्यकर्ताओं की समयबद्ध उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और नवजात शिशुओं की नियमित जांच के लिए कहा।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुधार के निर्देश

कलेक्टर ने बम्हनीडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया, जहां दवाई वितरण केंद्र, एक्स-रे रूम और लेबर रूम की व्यवस्थाओं की जांच की। उन्होंने मरीजों को बेहतर उपचार, बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन और परिसर की स्वच्छता पर ध्यान देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जन औषधि केंद्र को शीघ्र शुरू करने का आदेश दिया ताकि आम लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मिल सकें।

कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि शिक्षा, स्वच्छता और पोषण में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। निरीक्षण के दौरान जांजगीर एसडीएम सुब्रत प्रधान, चांपा एसडीएम सुमित बघेल, डीएमसी आर के तिवारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस कार्रवाई से स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।