कोरबा में मूसलाधार बारिश: जनजीवन अस्त-व्यस्त, परसाखोला का झरना बना पर्यटकों का आकर्षण

कोरबा जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। नदी-नाले उफान पर आ गए और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई। हालांकि, बारिश थमने के बाद प्रकृति ने अपनी खूबसूरती बिखेरी, जिसने पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। खासकर बालको से 10 किलोमीटर दूर स्थित परसाखोला पिकनिक स्पॉट का झरना दूधधारा के रूप में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया।

पहाड़ी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण जिले के तमाम वाटरफॉल अपनी शबाब पर नजर आए। परसाखोला का यह झरना, जो सालों बाद इतने जोरदार स्वरूप में दिखा, प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं रहा। बादलों से घिरी पहाड़ियां, जंगलों से सजे खेत और ऊंचाई से गिरता झरना एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत कर रहा है। बारिश रुकने के बाद पर्यटक अपने परिवार के साथ परसाखोला पहुंचे और प्रकृति के इस अद्भुत नजारे को कैमरे में कैद करते नजर आए। झरने की गूंज और पानी की तेज धार आत्मा को सुकून देने वाली अनुभूति दे रही है।

परसाखोला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, और बारिश के मौसम में इसकी खूबसूरती और भी निखर जाती है। हालांकि, यह स्थल जितना आकर्षक है, उतना ही खतरनाक भी है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन ने इस क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर दी है ताकि पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

हालांकि बारिश ने कोरबा में आफत मचाई, लेकिन परसाखोला जैसे प्राकृतिक स्थलों ने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया। यह विपरीत परिस्थितियों में भी प्रकृति की सुंदरता और शांति का अनुभव प्रदान करता है, जो पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय पल बन गया है।