KYC अपडेट के नाम पर NSPCLके सहायक महाप्रबंधक से 90 हजार रुपए की ठगी

भिलाई । साइबर ठगों के हौसले बुलंद हैं—शिक्षित और वरिष्ठ पदों पर बैठे लोग भी उनके जाल में फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र का है, जहां एनएसपीसीएल टाउनशिप, रुआबांधा में रहने वाले मकरंद बक्षी (56) को KYC अपडेट के नाम पर करीब 90 हजार रुपए की ठगी का शिकार होना पड़ा। बक्षी एनएसपीसीएल में AGM (सहायक महाप्रबंधक) के पद पर कार्यरत हैं।

घटना 17 जून 2025 की है। मकरंद बक्षी को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को SBI चेंबूर शाखा का ब्रांच मैनेजर बताया और कहा कि उनका बैंक KYC अपडेट करना है। कॉलर ने उन्हें मोबाइल ऐप के जरिए केवाईसी अपडेट करने को कहा, लेकिन लॉगिन नहीं हो सका।

इसके बाद ठग ने उनसे दूसरे बैंक की जानकारी मांगी। बक्षी ने बिना पुष्टि किए अपना एक्सिस बैंक खाता विवरण साझा कर दिया। फिर उन्हें व्हाट्सऐप पर एक लिंक भेजा गया, जिसे खोलते ही OTP आने लगे। उन्हें शक हुआ और उन्होंने फोन काटा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

कैसे हुई ठगी?
कॉल के तुरंत बाद उनके बैंक खाते से लगातार पांच ट्रांजेक्शन में ₹19,999, ₹19,999, ₹19,999, ₹19,999 और ₹10,000 यानी कुल ₹89,996 निकल गए। इससे पहले कि वह ट्रांजेक्शन लिमिट कम कर पाते, ठगों ने पूरा काम तमाम कर दिया।

पुलिस जांच में जुटी
मकरंद बक्षी की शिकायत पर भिलाई नगर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने यह भी माना कि यह एक संगठित साइबर गिरोह का काम हो सकता है, जो फर्जी पहचान और लिंक भेजकर लोगों को चूना लगा रहा है।

सवाल फिर वही: जागरूकता के बावजूद क्यों हो रही ठगी?
दुर्ग पुलिस लगातार साइबर अपराधों को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है, लेकिन फिर भी इस तरह के मामले रुक नहीं रहे। यह घटना दर्शाती है कि ठगों के तौर-तरीके इतने पेशेवर हो चुके हैं कि पढ़े-लिखे और वरिष्ठ अधिकारी भी भ्रमित हो जाते हैं।