सरकारी स्कूल में बच्चों से पढ़ाई के बजाय कराया जा रहा काम, वायरल वीडियो से खुलासा

कोरबा जिले में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। शिक्षकों के प्रयासों से कई स्कूलों में नामांकन बढ़ रहा है, और बच्चे निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं।

हालांकि, कुछ स्कूलों में शिक्षक पढ़ाई पर ध्यान देने के बजाय बच्चों से मजदूरी जैसे काम करा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला करतला विकासखंड के ग्राम जामपानी के शासकीय माध्यमिक शाला से सामने आया है, जहाँ बच्चों से झाड़ू-पोंछा और कचरा फेंकने जैसे काम कराए जा रहे हैं।

वायरल हुए एक वीडियो में दिखाया गया है कि स्कूल में शाला प्रवेश उत्सव के आयोजन के दौरान बच्चों को सफाई और अन्य कार्यों में लगाया गया। शिक्षक स्वयं पास खड़े होकर बच्चों से ये काम करवा रहे थे।

बताया जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की उपस्थिति के लिए बड़े स्तर पर तैयारियाँ की थीं, लेकिन बच्चों को चपरासी के कार्य सौंपे गए। वीडियो में बच्चे झाड़ू लगाते और कचरा फेंकते नजर आ रहे हैं। कुछ बच्चे इन कामों में खुशी-खुशी लगे हुए थे, क्योंकि इससे उन्हें पढ़ाई से छुटकारा मिल रहा था।

यह पहला मामला नहीं है जब बच्चों से स्कूल में काम कराने की शिकायत सामने आई हो। पहले भी इस तरह की घटनाएँ उजागर हुई हैं। ग्रामीणों में से किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं।

इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी टी.पी. उपाध्याय से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने वीडियो देखने के बाद भी केवल किसी स्कूल कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही।

यह घटना शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है कि जब सरकार शिक्षा के लिए इतना निवेश कर रही है, तो बच्चों को पढ़ाई के बजाय मजदूरी जैसे काम क्यों करवाए जा रहे हैं? इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की माँग उठ रही है।