राधासागर तालाब की साफ-सफाई शुरू, जन सुविधा को प्राथमिकता

कोरबा। कटघोरा के ऐतिहासिक राधासागर तालाब को संवारने की दिशा में नगर पालिका परिषद ने औपचारिक कदम उठाया है। मानसून से पहले शुरू किए गए इस कार्य में तालाब के घाटों और आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है, ताकि लोगों को निस्तार में सुविधा हो।

राधासागर तालाब कटघोरा की प्राचीन धरोहर है, जिसका उपयोग पीढ़ियों से नहाने-धोने और मांगलिक कार्यों के लिए होता आ रहा है। साल भर पानी की उपलब्धता इसकी खासियत है, जो इसे स्थानीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण बनाती है। हालांकि, बीते वर्षों में रखरखाव के अभाव और विभिन्न कारणों से तालाब की स्थिति बिगड़ती गई, जिससे लोगों को उपयोग में परेशानी होने लगी। स्थानीय लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नगर पालिका ने तालाब की सफाई का बीड़ा उठाया।

सोमवार से शुरू हुए सफाई अभियान में घाटों के आसपास जमा अपशिष्ट और गंदगी को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। लक्ष्य है कि तालाब का वह हिस्सा, जहां लोगों की आवाजाही अधिक होती है, पूरी तरह स्वच्छ और उपयोग के लिए सुगम बनाया जाए।

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष राज जायसवाल ने बताया, “राधासागर तालाब की सफाई जनता से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है। हमने बिना लागत अनुमान के प्राथमिकता के साथ काम शुरू कराया है। आगे नगरीय निकाय विभाग से व्यवस्था बनाई जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि कटघोरा में अन्य विकास कार्यों के लिए प्रदेश सरकार से लगातार पत्राचार किया जा रहा है।

स्थानीय निवासी रामलाल ने सफाई कार्य की सराहना करते हुए कहा, “तालाब हमारी धरोहर है। इसकी सफाई से न केवल सुविधा बढ़ेगी, बल्कि इसका सौंदर्य भी लौटेगा।” वहीं, एक अन्य निवासी शांति देवी ने उम्मीद जताई कि नियमित रखरखाव से तालाब की स्थिति भविष्य में बेहतर रहेगी।

नगर पालिका का यह प्रयास न केवल राधासागर तालाब को पुनर्जनन देगा, बल्कि स्थानीय समुदाय की सुविधा और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।

आगे की अपेक्षा: तालाब की नियमित सफाई और रखरखाव के लिए स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में समस्याएं न आएं।