विवाद के बाद राजमिस्त्री पिता की हत्या कर दी पुत्र ने

स्नेफर डॉग बाघा ने पकड़ा तो टूट गया आरोपी

कोरबा-बांकीमोंगरा। बांकीमोंगरा स्थित पंखादफाई-2 इलाके में एक राजमिस्त्री की हत्या को लेकर फैली सनसनी का असली सच कुछ ही घंटों में सामने आ गया। आधी रात को यह घटना हुई जिसमें राजमिस्त्री की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।

मामले का पता चलने के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। स्नेफर डॉग बाघा ने मृतक के पुत्र पर झपट्टा मारा तो उसके हाव-भाव बदल गए। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पिता की हत्या करने की बात स्वीकार की।

बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत राजमिस्त्री का काम करने वाले तिरथ राम यादव की बीती रात हत्या कर दी गई। आगंन में उसका खून से सना शव मिला। बताया गया कि रात 1 बजे उसकी छोटी बेटी लघुशंका के लिए उठी तो उसने इस हाल में पिता को देखा। उसके बाद कोहराम मच गया। आवाज सुनकर आसपास के लोग आए।

उसी दौरान पुलिस को अवगत कराया गया। अगली सुबह डॉग स्क्वायड, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीम ने यहां पहुंच कर जायजा लिया। मालूम चला कि किसी बात को लेकर पिता-पुत्र में अनबन थी। इसलिए रात्रि को जब परिवार के सदस्य सो रहे थे तब पुत्र ने पिता पर धारदार हथियार से हमला कर उसे मार डाला। निर्माण क्षेत्र में जुडक़र तिरथ राम यादव अपने परिवार की जीविका चलाता था। पुलिस ने कहा कि मर्ग और हत्या का अपराध दर्ज कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ अगली कार्रवाई की जा रही है।

कलंकित हो रहे रिश्ते
वक्त की बदली बयार के कारण सामाजिक क्षेत्र में जिस तरह से आपराधिक घटनाओं का बोलबाला हुआ है, उसने लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। समाजशास्त्रीय अध्ययन करने वालों का कहना है कि सामान्य बात और निजी स्वार्थपरता के कारण तनातनी के साथ स्थितियां बिगड़ रही हैं। इस दौर में करीबी रिश्ते रखने वाले लोग एक-दूसरे की जान के प्यासे हो रहे हैं और इस वजह से रिश्ते भी कलंकित हो रहे हैं। ऐसी स्थितियों को रोका जाना जरूरी है।