नेशनल हाइवे निर्माण से ग्रामीण सड़कें बदहाल, ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

कोरबा।करतला विकासखंड में नेशनल हाइवे निर्माण से जुड़ी डीवीएल और अन्य ठेका कंपनियों की लापरवाही के कारण ग्रामीण सड़कें बदहाल हो गई हैं, जिससे डोंगाआमा-सलिहाभांठा क्षेत्र के ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हुआ है। नाराज ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया, जिससे मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

खबर के अनुसार, सलिहा भांठा से डोंगाआमा तक की ग्रामीण सड़क, जो एक दशक पहले पीएमजीएसवाय योजना के तहत करोड़ों रुपये की लागत से बनी थी, अब भारी वाहनों और ओवरलोड परिवहन के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

नेशनल हाइवे निर्माण के लिए ठेका पाने वाली कंपनियों ने इस क्षेत्र में क्रेशर मशीनें स्थापित की हैं, और ओवरलोड गिट्टी व पत्थर का परिवहन नियमित रूप से किया जा रहा है। इससे सड़क की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि ग्रामीणों का आवागमन मुश्किल हो गया है।

ग्रामीणों ने पहले प्रशासन को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने चक्काजाम का रास्ता अपनाया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी की और प्रशासन पर ठेका कंपनियों की अनदेखी का आरोप लगाया।

सूचना मिलने पर करतला तहसीलदार और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सड़क की मरम्मत और ओवरलोड परिवहन पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे आगे भी आंदोलन जारी रखेंगे।

प्रशासन ने ग्रामीणों की मांगों पर विचार करने और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना ने क्षेत्र में सड़क रखरखाव और ठेका कंपनियों की जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं।