सतगढ़ यादव समाज का ऐतिहासिक निर्णय, दशकर्म में कपड़े देने की प्रथा बंद, सामूहिक विवाह को बढ़ावा

कोरबा जिले के सतगढ़ यादव समाज ने सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। अजगरबहार गांव में आयोजित सतगढ़ कृष्णनाथ यादव समाज के सम्मेलन में सात गढ़ के यादव समाज के लगभग 2500 लोग शामिल हुए। इस दौरान समाज ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जो सामाजिक सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।

सम्मेलन में समाज की नियमावली पर गहन विचार-विमर्श हुआ। प्रमुख निर्णयों में निर्धन परिवारों की कन्याओं के विवाह के लिए सामूहिक सहयोग का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही, मृत्यु के बाद दशकर्म में कपड़े देने की पुरानी प्रथा को बंद करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया, जिसे समाज ने मिथकों से जोड़कर गैर-सकारात्मक माना। समाज ने शादी-विवाह से जुड़े अन्य रीति-रिवाजों में भी संशोधन किए।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समाज के केंद्रीय अध्यक्ष पवन यादव, मनीराम यादव, राधेश्याम यादव, बिकल यादव, गणेश यादव सहित विभिन्न सर्कल के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र, शील्ड और मेडल देकर सम्मानित किया गया।

यादव समाज के इस प्रगतिशील कदम को अन्य समुदायों के लिए भी प्रेरणादायक माना जा रहा है, जो सामाजिक सुधारों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।