भू-विस्थापितों को जेल भेजने पर फूंका सीएमडी का पुतला

रिहाई की मांग की माकपा और किसान सभा ने

कोरबा। मुआवजा और रोजगार की मांग को लेकर भू विस्थापित संगठनों ने कुसमुंडा में प्रदर्शन किया। जिस पर सरिता कौशिक,गोमति केवट,मीना कंवर,लंबोदर श्याम को जेल भेज दिया गया। इसके विरोध में माकपा व किसान सभा ने एसईसीएल के सीएमडी हरीश दुहान का पुतला कुसमुंडा में जलाया। उनकी मांग है कि विस्थापितों को जेल से बाहर किया जाए।

माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव प्रशांत झा ने भू विस्थापितों की गिरफ्तारि की निंदा करते हुए भू विस्थापितों को रिहा करने की मांग की है। विस्थापितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने का कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। उनका आरोप है कि एसईसीएल के दबाव में गलत कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने इस मामले को लेकर प्रदर्शन करते हुए सीएमडी का पुतला जलाया। प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ किसान सभा के सचिव दीपक साहू, सुमेंद्र सिंह कंवर ने अपनी  बात रखी।

एसईसीएल प्रबंधन के किसान विरोधी दमनात्मक रवैये के खिलाफ छत्तीसगढ़ किसान सभा ने पूरे कोल फील्ड में किसानों और भू विस्थापितों का संयुक्त आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की है।उन्होंने कहा है कि अपने सामाजिक उत्तरदायित्यों का पालन करने के लिए एसईसीएल को आंदोलन के जरिए मजबूर किया जायेगा।

आरोप- विस्थापितों को नहीं दिया रोजगार
विस्थापितों का आरोप है कि कुसमुंडा खदान क्षेत्र के कई गांवों की जमीन को 1978 से लेकर 2004 के मध्य कोयला खनन के लिए अधिग्रहित किया गया है, लेकिन तब से अब तक विस्थापित ग्रामीणों को न रोजगार दिया गया है, न पुनर्वास।

ऐसे प्रभावितों की संख्या 1000 से भी अधिक है और वे लंबे समय से रोजगार के लिए आंदोलनरत है, जबकि एसईसीएल प्रबंधन उन्हें रोजगार देने में आनाकानी कर रहा है।