गरियाबंद जिले में महतारी वंदन योजना को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। जिले के राजिम, फिंगेश्वर और देवभोग-मैनपुर क्षेत्रों में सौ से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं ले पा रही हैं, क्योंकि उनके पतियों ने दूसरी शादी कर ली है। इस स्थिति ने न केवल महिलाओं के अधिकारों पर सवाल उठाए हैं, बल्कि योजना के उद्देश्य पर भी बहस छेड़ दी है।
पंडरीपानी गांव का अनोखा मामला
सबसे चर्चित मामला पंडरीपानी गांव का है, जहां तुलेश साहू नामक व्यक्ति ने परियोजना अधिकारी को पत्र लिखकर अपनी दूसरी पत्नी के लिए भी योजना के तहत ₹1000 मासिक सहायता की मांग की है। उनकी पहली पत्नी को यह लाभ पहले से मिल रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्पष्ट किया कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत केवल एक पत्नी को ही कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त है, इसलिए दूसरी पत्नी को लाभ नहीं दिया जा सकता।
वैध पत्नियों को भी नुकसान
मामला सिर्फ दूसरी पत्नियों तक सीमित नहीं है। कई वैध पत्नियों के आवेदन भी खारिज कर दिए गए हैं, क्योंकि उनके पतियों ने दूसरी शादी की है। विभाग के इस रुख से सवाल उठ रहे हैं कि अगर दूसरी शादी गैरकानूनी है, तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही? और यदि पहली पत्नी कानूनी रूप से वैध है, तो उसे योजना के लाभ से क्यों वंचित किया जा रहा है?
महिलाओं की निराशा
कई प्रभावित महिलाओं ने दोबारा आवेदन देकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बार-बार निराशा ही मिली। योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, मगर इस तरह की नीतिगत खामियों के कारण कई जरूरतमंद महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित हो रही हैं।
उठ रहे सवाल
अगर दूसरी शादी गैरकानूनी है, तो ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
वैध पत्नियों को योजना से बाहर करने का आधार क्या है?
क्या योजना की शर्तों में संशोधन की जरूरत है ताकि सभी जरूरतमंद महिलाओं को लाभ मिल सके?
प्रशासन की चुप्पी
महिला एवं बाल विकास विभाग ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की समस्याओं का समाधान नहीं होने से योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। प्रभावित महिलाएं अब प्रशासन से इस मामले में स्पष्टता और न्याय की मांग कर रही हैं।
Editor – Niraj Jaiswal
Mobile – 9754876042
Email – urjadhaninewskorba@gmail.com
Address – Press Complex, T.P. Nagar, Korba C.G. 495677