एसईसीएल ने मकान तोड़ा, दोषियों पर पुलिस करें कार्यवाही

भू-विस्थापितों ने लगाए कई आरोप

कोरबा। एसईसीएल गेवरा क्षेत्र द्वारा पिछले दिनों अधिग्रहित क्षेत्र में कार्यवाही की जिस पर कुछ लोगों ने सवाल खड़े किए। भू-विस्थापित उदयनारायण जायसवाल, संजय जायसवाल, राजेश जायसवाल व अन्य ने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि बिना मुआवजा दिए उन लोगों के मकान, बगीचे व अन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। इस मामले में दोषियों पर भारतीय न्याय संहिता के तहत कार्यवाही की जाए।

भू-विस्थापितों ने बताया कि अर्जित भूमि पर बने स्कूल, रिहायशी मकान एवं कामद गिरी उद्यान का मुआवजा निर्धारण एसईसीएल द्वारा सितंबर 2015 के बाद किया गया।

आरोप है कि विस्थापित की संपत्ति में पेड़, कुआं, बोर का अतिरिक्त मुआवजा नहीं दिया गया और 29 मई को दोपहर लगभग 3 बजे एसईसीएल दीपका क्षेत्र प्रबंधन के अधिकारी सुशील साहू, रोशन मेश्राम एवं एसईसीएल दीपका क्षेत्र खदान में मिट्टी निकालने वाली कलिंगा कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित 3 जेसीबी लेकर तोड़-फोड़ कर डाली।

यह कार्यवाही बिना सूचना के की गई। इससे परिवार को लाखों का नुकसान हुआ। प्रभावितों ने कहा कि तोड़-फोड़ में शामिल अधिकारियों व ठेका कर्मियों के लोगों पर कार्यवाही की जाए।