कोरबा और कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात: फसलों और वन विभाग की संपत्ति को भारी नुकसान

कोरबा। जिले के कोरबा और कटघोरा वनमंडल में हाथियों के झुंड ने बीती रात जमकर उत्पात मचाया, जिससे ग्रामीणों और वन विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं। हाथियों ने फसलों को रौंदने के साथ-साथ वन विभाग की संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचाया। प्रभावित ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, कोरबा वनमंडल के कुदमुरा और कोरबा रेंज में 26 हाथियों का दल सक्रिय है। इनमें से 13 हाथी कमरन, 8 कुदमुरा के जंगल (कक्ष क्रमांक-1139), और 5 गीतकुंवारी जंगल में विचरण कर रहे हैं। बीती रात इन हाथियों ने कमरन में 3, कुदमुरा में 3, और गीतकुंवारी में 2 ग्रामीणों की धान की फसलों को तहस-नहस कर दिया।

ग्रामीणों को सुबह खेतों में जाकर अपनी पकी हुई फसलों को बर्बाद देखकर झटका लगा। उन्होंने तुरंत वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट तैयार की।

वहीं, कटघोरा वनमंडल के केंदई, जटगा, और पसान रेंज में 46 हाथी सक्रिय हैं। इनमें 21 हाथी केंदई रेंज के कापानवापारा और 11 पसान रेंज के सेमरहा सर्किल में हैं।

कापानवापारा में हाथियों ने वन विभाग द्वारा लगाए गए तार और खंभों को तोड़कर लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया। जटगा रेंज में भी हाथियों का दल घूम रहा है, जिसकी निगरानी वन विभाग ड्रोन कैमरे और मैदानी अमले के माध्यम से कर रहा है।

हाथियों के लगातार उत्पात से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही, नुकसान का आकलन कर प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।