मदनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर उगाही का आरोप, ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन में की कार्रवाई की मांग

कोरबा । पाली ब्लॉक की ग्राम पंचायत मदनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों के नाम जोड़ने के लिए रोजगार सहायिका तुलेश्वरी अहीर पर ग्रामीणों से पैसे लेने का गंभीर आरोप लगा है। नाराज ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज की और रोजगार सहायिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना, जो गरीबों को पक्के मकान देने के लिए चलाई जा रही है, के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी की जा रही है।

शिकायतकर्ता चंद्रमती ने बताया कि तुलेश्वरी अहीर ने उनसे और गांव के कई अन्य लोगों से आवास योजना में नाम जोड़ने के लिए 1,000 से 6,000 रुपये तक की मांग की।

इसके साथ ही, अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी पैसे मांगे गए और विरोध करने पर दुर्व्यवहार किया गया। चंद्रमती ने बताया कि इसकी शिकायत सरपंच और जनप्रतिनिधियों से भी की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

गांव के पंच सहेतर लाल ने भी बताया कि रोजगार सहायिका ने उनसे पैसे की मांग करते हुए कहा कि “ऊपर भी पैसा देना पड़ता है।” ग्रामीण रानी अहीर ने खुलासा किया कि तुलेश्वरी ने उनसे 3,000 रुपये की मांग की थी, और पैसे नहीं होने पर उन्होंने 2,500 रुपये दिए, जिसके बाद उनके नाम को योजना में शामिल करने का आश्वासन दिया गया।

हाल ही में सुशासन तिहार के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मदनपुर दौरे के समय ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत एसडीएम से की थी। मुख्यमंत्री ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नतीजतन, ग्रामीणों ने अपनी समस्या को कलेक्टोरेट में कलेक्टर जनदर्शन के समक्ष उठाया और न्याय की गुहार लगाई है।

ग्रामीणों ने कलेक्टर से रोजगार सहायिका तुलेश्वरी अहीर के खिलाफ जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। कलेक्टोरेट में शिकायत दर्ज होने के बाद अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू करने का आश्वासन दिया है।