अवैध रेत खनन रोकने के दौरान आरक्षक की मौत, ट्रैक्टर ने मारी टक्कर

बलरामपुर जिले के सनावल थाना क्षेत्र में रविवार रात अवैध रेत खनन को रोकने के प्रयास में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शिवबचन सिंह (43) की दुखद मृत्यु हो गई। यह घटना ग्राम लिबरा में कन्हर नदी के किनारे हुई, जहां रेत से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश में चालक ने आरक्षक को टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल शिवबचन को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, रविवार रात करीब 11 बजे वन विभाग को ग्राम कुशफर के पास वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण की सूचना मिली थी। वन विभाग की टीम और सनावल थाने के चार आरक्षकों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण के खिलाफ पंचनामा तैयार किया। इसके बाद, ग्राम लिबरा में कन्हर नदी के किनारे अवैध रेत खनन की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची। वहां रेत भरते ट्रैक्टर चालक पुलिस और वन विभाग की टीम को देखकर भागने लगे।आरक्षक शिवबचन सिंह ने एक ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने तेजी से ट्रैक्टर बढ़ाते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और फरार हो गया।

आरक्षक शिवबचन सिंह ने एक ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने तेजी से ट्रैक्टर बढ़ाते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और फरार हो गया।

घटना की सूचना मिलते ही सनावल थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय मौके पर पहुंचे और घायल आरक्षक को रामानुजगंज के 100 बिस्तर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।

थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ट्रैक्टर चालक की पहचान करने का प्रयास कर रही है। पिछले कुछ समय से झारखंड के रेत तस्कर कन्हर नदी से अवैध रेत खनन कर उसे झारखंड ले जा रहे थे, जिसका स्थानीय ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे थे।

शनिवार को भी ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस ने रेत से भरे तीन ट्रैक्टर जब्त किए थे। इस घटना ने क्षेत्र में अवैध रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत को और गंभीर कर दिया है।