रायगढ़ में जंगली हाथी का कहर: दो महिलाओं की कुचलकर मौत, एक घायल, घर और फसल बर्बाद

रायगढ़। लैलूंगा वन परिक्षेत्र के गमेकेला गांव में शनिवार रात एक जंगली हाथी ने आतंक मचाया। इस हमले में दो महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।

हाथी ने न केवल मानव जीवन को नुकसान पहुंचाया, बल्कि ग्रामीणों के घर और खेतों में धान की फसलों को भी तहस-नहस कर दिया।

घटना शनिवार रात करीब 10 बजे की है, जब जशपुर जिले की ओर से आया एक हाथी जंगल से निकलकर गमेकेला गांव में घुस गया। सबसे पहले उसने खेतों में धान की फसलों को चट किया और फिर गांव के भदरापारा क्षेत्र में पहुंचा।

वहां सुशीला यादव (30) अपने पति घसिया राम यादव के साथ घर के बाहर सो रही थी। हाथी ने उनके मिट्टी के घर की दीवार तोड़ दी, जिसका मलबा घसिया राम के सिर पर गिरा और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद हाथी ने सुशीला यादव पर हमला किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

हाथी का उत्पात यहीं नहीं थमा। वह आगे बढ़ा और उसी गांव में घर के बाहर सो रही सुनीता लोहरा (45) को सूंड से उठाकर पटक दिया। गंभीर चोटों के कारण सुनीता को भी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों घायलों को तत्काल वन विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचाया, जहां घसिया राम का इलाज जारी है।

लैलूंगा के एसडीओ एमएल सिदार ने बताया कि यह हाथी 21 हाथियों के झुंड का हिस्सा है, जो वर्तमान में लैलूंगा वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है। मृतकों के परिजनों को तत्काल 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है, और शेष मुआवजा औपचारिकताओं के बाद दिया जाएगा।

वन विभाग ने क्षेत्र में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात में घर के बाहर न सोने की सलाह दी है।

इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है, और ग्रामीण वन विभाग से हाथियों को जंगल में वापस भेजने की मांग कर रहे हैं।