पारिवारिक विवाद ने लिया खूनी रूप, नशे में धुत सौतेले पिता ने बेटे को टंगिया से मार डाला, मां घायल

बिलासपुर जिले के कोटा नगर के वार्ड नंबर 9 में एक पारिवारिक विवाद ने खौफनाक मोड़ ले लिया, जब शराब के नशे में धुत सौतेले पिता ने अपने 26 वर्षीय बेटे की टंगिया से हत्या कर दी। बेटे को बचाने आई मां पर भी आरोपी ने बेरहमी से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

कोटा के वार्ड नंबर 9 में रहने वाले 65 वर्षीय चोहन यादव और उनके परिवार में आए दिन झगड़े आम बात थे। शनिवार को भी किसी बात को लेकर चोहन और उनके सौतेले बेटे लखन घसिया के बीच कहासुनी शुरू हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि नशे में धुत चोहन ने टंगिया से लखन पर जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर चोटों के कारण लखन की मौके पर ही मौत हो गई।

लखन पर हमला होता देख उसकी मां कमला यादव बीच-बचाव के लिए आई, लेकिन चोहन ने उन पर भी टंगिया से वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल कमला को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

घटना की सूचना मिलते ही कोटा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक लखन के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा किया और उसे शवगृह में रखवाया। आरोपी चोहन यादव, जो अभी भी नशे की हालत में था, को गिरफ्तार कर लिया गया और उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां वह पुलिस निगरानी में है।

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत हत्या और जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शराब की लत और पारिवारिक कलह इस घटना का प्रमुख कारण थे।

इस खौफनाक घटना ने कोटा नगर के वार्ड नंबर 9 में सनसनी फैला दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि चोहन यादव की शराब की लत के कारण परिवार में अक्सर तनाव रहता था। इस घटना ने नशे की लत और पारिवारिक हिंसा के खतरों को एक बार फिर उजागर किया है।

इस घटना ने नशे और पारिवारिक हिंसा के खिलाफ सामुदायिक जागरूकता की जरूरत को रेखांकित किया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में शराब की बिक्री पर सख्ती की जाए और नशे की लत से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। साथ ही, पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए काउंसलिंग केंद्र स्थापित करने की मांग भी उठ रही है।

कोटा नगर में हुई इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को बिखेर दिया, बल्कि समाज में नशे और हिंसा की गहरी जड़ों को भी उजागर किया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन यह घटना प्रशासन और समाज के लिए एक चेतावनी है कि नशे की लत और पारिवारिक कलह को समय रहते संबोधित करना जरूरी है। कमला यादव के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ, यह जरूरी है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।