कोरबा मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की मनमानी, मरीजों की जान खतरे में

कोरबा। स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, कोरबा में स्टाफ नर्सों की लापरवाही मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। एक संविदा स्टाफ नर्स की मनमानी का खुलासा तब हुआ, जब एमडी मेडिसिन डॉ. विशाल राजपूत फीमेल वार्ड में एक मरीज की जांच के लिए पहुंचे।

वार्ड में कोई नर्स मौजूद नहीं थी, पुरानी नर्स बिना चार्ज दिए जा चुकी थी, और ड्यूटी वाली नर्स आधा घंटा देर से भी नहीं पहुंची थी।

डॉ. राजपूत ने अस्पताल के आधिकारिक ग्रुप में लिखा कि एक मरीज को ब्लड रिएक्शन हुआ, और नर्स की अनुपस्थिति के लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगी। डीन डॉ. के.के. सहारे ने मामले में नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।

नर्स ने जवाब में गलती स्वीकार की, लेकिन सुधार का वादा खोखला साबित हुआ। बायोमेट्रिक रिकॉर्ड से खुलासा हुआ कि यह नर्स महीने में 20 दिन देर से आती है और कई बार 12-17 मिनट या 1 घंटे में ही ड्यूटी छोड़कर चली जाती है। नोटिस के बाद भी उसने दो दिन बिना अनुमति अवकाश लिया और 17 मिनट में ड्यूटी छोड़ी।

यह लापरवाही अन्य नर्सों के बीच भी फैल रही है, जिससे मरीजों की जान खतरे में है। एक मामले में डॉ. राजपूत की त्वरित कार्रवाई से मरीज की जान बच गई, वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी।

डीन डॉ. सहारे ने दावा किया कि अनुशासन समिति निगरानी कर रही है और दोषी नर्स को अंतिम चेतावनी दी गई है। हालांकि, बायोमेट्रिक और सीसीटीवी रिकॉर्ड बताते हैं कि लापरवाही जारी है, और प्रबंधन की निष्क्रियता के कारण मरीजों की जान जोखिम में है।