स्टार एंड मिनरल कर रही शोषण, कामगार बात पहुंचाएंगे मंत्री तक

कोरबा। एसईसीएल कोरबा क्षेत्र की सरायपाली परियोजना में आउट सोर्सिंग का काम ठेके पर करा रही स्टार मिनरल अपने मजदूरों को न तो नियम के तहत वेतन दे रही है और न ही सुविधाएं। इस बारे में प्रबंधन से शिकायत होने पर भी कुछ नहीं हुआ। पीडि़त पक्ष ने कहा कि कोयला मंत्री के आने पर वे अपनी बात रखेंगे। इसके अलावा पीएमओ तक इस विषय को उठाएंगे।


एसईसीएल कोरबा एरिया के अंतर्गत सरायपाली खुली खदान में ओवर बर्डन का ठेका स्टार एंड मिनरल को मिला हुआ है। खबर के अनुसार इस कंपनी में काम करने वाले ड्रायवर, ऑपरेटर व अन्य मजदूर कंपनी की नीतियों से परेशान हैं। इस वजह से उन्होंने 23 मार्च से काम बंद कर दिया है।

कहा जा रहा है कि सरायपाली खदान खुलने के बाद से मजदूरों का शोषण हो रहा है। कुछ मजदूरों को छोडक़र लगभग 75 प्रतिशत मजदूरों को हाइ पावर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतनमान का भुगतान नहीं किया जा रहा है।

कार्यवाही से बचने के लिए ही कामगारों को वेतन पर्ची नहीं दी जा रही है। आरोप है कि 26 हाजिरी के बदले केवल 10 से 12 दिनों के पेमेंट का भुगतान किया जाता है। पिछले वर्ष बारिश में कामगारों को बैठा दिया गया।

जानकारी मिली है कि परियोजना के पूर्व सब एरिया मैनेजर चौहान और कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से मजदूरों को मिलने वाले मूल वेतन में डंडी मारी जा रही थी। बदलाव के बाद भी यह सिलसिला बना हुआ है। 

कोयला मजदूर पंचायत (एचएमएस) के केंद्रीय उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह तंवर ने कोरबा जीएम दीपक पांड्या से लेकर एसईसीएल बिलासपुर मुख्यालय तक पत्र व्यवहार किया है।

उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को गेवरा आ रहे कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के समक्ष इन बातों को रखा जाएगा ताकि समस्या कम हो और समस्याओं का समाधान हो सके।

इसके अलावा उन्होंने पूरा विषय प्रधानमंत्री कार्यालय तक भेजने की मानसिकता बनाई है।