समाज के बिना मनुष्य का अस्तित्व नही- द्रौपदी

चंद्र रत्न से सम्मानित किए गए- गिरधर

कोरबा। लोगों की पहचान समाज से ही होती है समाज के दायरे में रहकर ही ब्यक्ति निरंतर आगे बढ़ता है। समाज के बिना मनुष्य का अस्तित्व ही नहीं है।


उपरोक्त उद्बोधन चन्द्रनाहू (कुर्मी) समाज उत्थान महासमिति कोरबा द्वारा नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों के सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से सक्ती जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती द्रौपदी कीर्तन चन्द्रा ने ब्यक्त किये । उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि समाज मे इस प्रकार का आयोजन पहली बार हो रहा है जिसमे की विजयी हुए सभी नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जा रहा है । इस पर उन्होंने आयोजन समिति को भी बधाई दी।

कार्यक्रम को अतिविशिष्ट अतिथि द्वय नगर पंचायत अध्यक्ष किरोड़ीमल नगर रायगढ़ हरिकिशोर चन्द्रा, नगर पंचायत अध्यक्ष जैजैपुर बलराम चन्द्रा व विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जांजगीर चाम्पा श्रीमती यनिता यशवंत चन्द्रा, जिला पंचायत सदस्य द्वय श्रीमती सोना एकलव्य चन्द्रा, श्रीमती जानकी सत्यनारायण चंद्रा, चन्द्रनाहू (चन्द्रा) विकास महासमिति के  केंद्रीय अध्यक्ष आशुतोष चंद्रा, पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष द्वय गिरधर प्रसाद चन्द्रा, डॉ. जे पी चन्द्रा,  छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गणेश राम चन्द्रा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष जैजैपुर श्रीमती मीना महेंद्र चन्द्रा ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चन्द्रनाहू (कुर्मी) समाज उत्थान महासमिति के अध्यक्ष कमलेश कुमार चन्द्रा ने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य समाज के बेरोजगार व निर्धन लोगों को स्वयं का व्यवसाय के लिए प्रेरित करना है जिससे कि वे आर्थिक रूप से सुदृढ बन सकें।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं नगरीय निकाय चुनाव में विजयी हुए चंद्रा समाज के स्वजातीय जनों का 23 मार्च रविवार को सक्ती जिला अंतर्गत नगर पंचायत जैजैपुर के सदभावना भवन में सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

जिसमे नवनिर्वाचित सरपंच, जनपद सदस्य व उपाध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य व अध्यक्ष से लेकर नगरीय निकाय चुनाव में जीते पार्षद, नगर पंचायत अध्यक्ष सहित सभी नवनिर्वाचित चंद्रा समाज के जनप्रतिनिधियों को अतिथियों के कर कमलों से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया तथा अतिथियों को शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा विद्या की देवी माँ सरस्वती व छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पश्चात स्वागत गीत व छत्तीसगढ़ राज्यगीत का गान किया गया।