सिन्धी भाषा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का समापन

कोरबा। जय श्री कृष्ण सेवा समिति द्वारा पूज्य सिंधी पंचायत कोरबा व सहयोगी सामाजिक, धार्मिक संगठनों के सानिध्य में नगर में पहली बार आयोजित सरल सिन्धी में भाषा सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 25 सितंबर को सिंधु भवन शहीद हेमू कालाणी नगर रानी रोड में भक्ति भाव एवं हर्षोल्लास से हुआ। कथा के सातवें दिन 1 अक्टूबर को श्री कृष्ण रूक्मिणी-विवाह के जीवंत प्रसंग के साथ कथा को विश्राम दिया गया।


सरल सिन्धी भाषा में भागवत कथा का रसास्वादन कराने आनंदराम दरबार चकरभाटा से पधारे भागवत कथाकार श्रद्धेय संत बलराम भैया (एकादशी वाले) ने अपनी ओजस्वी मधुर वाणी में उपस्थित धर्म प्रेमी जनों को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान लगातार सात दिनों तक कराया।

श्रीमद् भागवत कथा के महात्म्य का वर्णन करते हुए उन्होंने आरंभ से विश्राम दिवस तक इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि यह कथा श्रवण करने या श्रवण कराने से इसका फल तुरंत प्राप्त होता है और पूर्वजों की आत्मा को शांति व मुक्ति मिलती है।

कथा के विश्राम के पश्चात श्रीकृष्ण सेवा समिति द्वारा पूज्य संतों एवं कथा में सहयोग करने वाले संगठनों का शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान करते हुए व आभार व्यक्त किया।

अंत में प्रसाद के रूप में भंडारे की व्यवस्था भी समिति द्वारा रखी गई थी जिसमें बड़ी संख्या में उपस्थित भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण किया।