स्वदेशी चिकित्सा पद्धति है विशुद्ध और निरापद : डॉ.नागेन्द्र

कोरबा । स्वतंत्रता दिवस पर लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट एवं आयुष मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को आरपी नगर फेस 2 निहारिका में निशुल्क मधुमेह रक्त शर्करा जांच तथा स्त्री, पुरुष एवं बच्चों के सभी सामान्य, साध्य, कष्टसाध्य एवं असाध्य रोगों हेतु निशुल्क आयुर्वेद-योग चिकित्सा परामर्श एवं उपचार शिविर का आयोजन किया गया।

शिविर का शुभारंभ भारतमाता एवं आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धनवन्तरी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर तथा उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने कहा कि जहां हम आज स्वदेश प्रेम की बात कर रहे हैं, राष्ट्रहित सर्वोपरि की बात कर रहे है वहीं उन सबके साथ सुस्वास्थ्य की भी बहुत आवश्यकता है, और उत्तम स्वास्थ्य के लिये हमे पहली प्राथमिकता अपनी स्वदेशी चिकित्सा पद्धति को देनी चाहिये। क्योंकि स्वदेशी चिकित्सा पद्धति अर्थात आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति ही सर्वश्रेष्ट चिकित्सा पद्धति है। जिसमें संपूर्ण जीवन का विज्ञान है। जो विशुद्ध है और निरापद भी है।

शिविर में निशुल्क औषधि देने, परामर्श एवं उपचार के अलावा मरीजों की शुगर जांच भी निशुल्क की गई। शिविर में मधुमेह, ब्लड प्रेशर, दमा, बवासीर, माइग्रेन, पथरी, सभी प्रकार के वातरोग, कफज रोग, पित्तज रोग, चर्मरोग तथा स्त्री पुरुष एवं बच्चों के सभी प्रकार के नए पुराने जटिल एवं असाध्य रोगों के 65 मरीज लाभान्वित हुए।

शिविर को सफल बनाने में सुधीर सक्सेना, शिव जायसवाल, गजेंद्र राठौड, प्रत्युष सक्सेना एवं राजेश प्रजापति ने योगदान दिया।