संचार साथी पहल: 50 लाख डाउनलोड, 5.35 लाख मोबाइल रिकवर, और धोखाधड़ी पर प्रभावी कार्रवाई

दिल्ली। दूरसंचार विभाग (डीओटी) की संचार साथी पहल ने देश में दूरसंचार सुरक्षा को मजबूत करने और नागरिकों को सशक्त बनाने में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है।

17 जनवरी 2025 को लॉन्च संचार साथी मोबाइल ऐप ने मात्र छह महीनों में 50 लाख से अधिक डाउनलोड हासिल कर लिए हैं। यह ऐप, जो अंग्रेजी, हिंदी और 21 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है, उपयोगकर्ताओं को धोखाधड़ी वाले कॉल और एसएमएस की त्वरित रिपोर्टिंग, खोए या चोरी हुए मोबाइल की ट्रैकिंग, और अपनी दूरसंचार पहचान प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में सक्षम बनाता है।

संचार साथी पहल के तहत अब तक 5.35 लाख खोए या चोरी हुए मोबाइल हैंडसेट वापस मिल चुके हैं, 1 करोड़ से अधिक अनधिकृत मोबाइल कनेक्शन काटे गए हैं, और चक्षु सुविधा के माध्यम से 29 लाख से ज्यादा संदिग्ध मोबाइल नंबर निष्क्रिय किए गए हैं। संचार साथी पोर्टल पर 16.7 करोड़ से अधिक विजिटर दर्ज किए गए हैं, जो इसकी लोकप्रियता और विश्वसनीयता को दर्शाता है।

डीओटी ने वित्तीय धोखाधड़ीजोखिम संकेतक(एफआरआई) भी लागू किया है, जिसके आधार पर 34 वित्तीय संस्थानों ने 10.02 लाख बैंक खातों/भुगतान वॉलेट को फ्रीज किया और 3.05 लाख खातों पर डेबिट/क्रेडिट प्रतिबंध लगाए। यह उपकरण बैंकों और यूपीआई सेवा प्रदाताओं को धोखाधड़ी रोकने में मदद करता है।

ऐप की मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं: चक्षु सुविधा के जरिए संदिग्ध कॉल/एसएमएस की तुरंत रिपोर्टिंग, अपने नाम पर पंजीकृत मोबाइल कनेक्शनों की जांच, खोए या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक/ट्रेस करना, और हैंडसेट की वास्तविकता सत्यापित करना।

यह पहल जनभागीदारी का शानदार उदाहरण है, जो साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई को बढ़ावा देती है।

दूरसंचार विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करने और इस नागरिक-केंद्रित प्लेटफॉर्म का अधिकतम उपयोग करने के लिए सतर्क रहें।

संचार साथी ऐप एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जो उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करता है।