पेट्रोल पंप संचालक को लूटने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार

राजदार व हिस्सेदार महिला बनी तीसरी आरोपी

कोरबा । पेट्रोल पंप संचालक से लगभग 5 लाख रुपए की लूट के मामले को सायबर सेल व पुलिस की संयुक्त टीम ने सुलझा लिया है। वारदात का मुख्य योजनाकार, वारदात करने वाला और राजदार व हिस्सेदार महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। महिला आंगनबाड़ी सहायिका है।


एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने पत्रवार्ता आहूत कर बताया कि वारदात 5 अगस्त को शाम 5:30 से 5:40 बजे के मध्य की गई थी जिसमें ग्राम रामपुर में किराए पर पेट्रोल पम्प का संचालन करने वाले संतोष कुमार गोयल पिता रामकला गोयल 55 वर्ष से 4 लाख 80 हजार रुपए लूूटे गए। संतोष कुमार अपनी मोटरसायकल में सफेद झोला में रुपए रखकर सक्ती जा रहा था कि अंधरीकोना मोड़ के पास अज्ञात व्यक्ति मोटरसायकल के साथ-साथ दौडऩे लगा और आगे बढक़र डंडा से सिर पर मारा। बैलेंस बिगडऩे से गिर गया तो तीन-चार डंडा और मारा तथा रुपए सहित झोला लेकर जंगल की ओर भाग गया। संचालक की रिपोर्ट पर धारा 309 (6) बीएनएस के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।


0 लुक-छिप रहा था, पकडऩे पर खुलासा
लूट को सुलझाने में पुलिस हर पहलुओं और स्थानीय लोगों के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी थी। मुखबिर से सूचना मिली कि भरतलाल श्रीवास पिता भगत राम 32 वर्ष निवासी ग्राम कसईपाली पुलिस चौकी जोबी, थाना खरसिया रायगढ़ पुलिस से छिप रहा था। पुलिस ने पता किया तो वह वर्ष-2021 में अन्य दो आरोपियों के साथ पलगड़ा घाटी में जेवरातों की लूटपाट का आरोपी निकला।

तलाश के दौरान पता चला कि वह सिविल लाइन थाना अंतर्गत ग्राम नकटीखार के एक मकान में महिला के साथ छिपा है। दबिश देकर भरत लाल और रमिला राठिया पति स्व. नारायण सिंह 36 वर्ष ग्राम बेहरचुआं करतला को हिरासत में लिया गया।


जेल में हुई दोस्ती, पेट्रोल के बहाने रेकी
एसपी ने बताया कि भरत लाल करतला में सेलून दुकान चलाता है और अक्सर पंप संचालक संतोष गोयल को रुपए लेकर आते-जाते देखता था। रायगढ़ जिले में निरुद्ध रहने के दौरान उसकी मुलाकात अपहरण के आरोपी विकास तिर्की पिता संतराम 24 वर्ष ग्राम बरपाली धौराभांठा, चौकी बाकारुमा थाना धर्मजयगढ़ रायगढ़ से हुई और दोस्ती हो गई। जेल से रिहा होने के बाद भरत लाल ने संतोष गोयल के बारे में विकास को बताया और लूटने की योजना बनाई। घटना दिनांक को भरत ने विकास के साथ संतोष गोयल के पंप पहुंचकर मोटरसायकल क्रमांक-सीजी 13 एएक्स 6785 में 50 रुपए का पेट्रोल भराया और इस दौरान संचालक की पहचान कराया। विकास को अंधरीकोना मोड़ पर छोडक़र भरत वापस पेट्रोल पंप आया और जब संतोष रुपए लेकर निकला तो भरत ने फोन कर बता दिया।


लूट के रुपयों से खरीदारी, बहन के खाते में 50 हजार जमा


वारदात के बाद विकास भागते वक्त रास्ता भटक गया। रात में भरत अपनी महिला मित्र रमिला को साथ लेकर उसे घटना के संबंध में बताकर विकास के पास आया और तीनों रवाना हुए। रमिला को उसके घर छोड़ा, विकास को अपने घर ले गया। लूटी गई रकम में से 2.50 लाख विकास को दिया। 1.80 लाख भरत ने रखा व 50 हजार रुपए प्रेमिका रमिला को दिया। विकास ने अपनी बहन के खाता में 50 हजार रुपए जमा किया। लूट की रकम से खरीदे गए विभिन्न सामानों सहित भरत लाल से 1.50 लाख, विकास से 1 लाख 6 हजार, रमिला से 50 हजार रुपए नगद जप्त किया गया। बहन के खाता में जमा राशि को फ्रीज कराया गया। प्रकरण में साक्ष्य छिपाने व आपराधिक षडय़ंत्र की धारा 61 (2) (ए), 238 (ए) पृथक से जोड़ी गई है।


इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका


इस लूट को सुलझाने में एएसआई बिसोहन चन्द्रा, जितेन्द्र यादव, सुरेश जोगी, राजेश तिवारी, सायबर सेल प्रभारी एएसआई अजय सोनवानी व टीम से गुनाराम सिन्हा, राजेश कंवर, रामू कुर्मी, प्रशांत सिंह, डेमन ओग्रे, विरकेश्वर प्रताप सिंह, आलोक टोप्पो, सुशील यादव, रितेश शर्मा, प्रधान आरक्षक बेनिदिता गुलेरिया, महिला आरक्षक अनुसुईया, आरक्षक किशन जोशी, टंकेश्वर पटेल, विकास कोसले, योगेश्वर पाल यादव, चौकी प्रभारी जोबी आसिफ रात्रे, आरक्षक बंशी, प्रधान आरक्षक चिंतामणी कुर्रे की अहम भूमिका रही।


एसपी की पुन: अपील


जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने एक बार फिर जिले के व्यापारियों एवं आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी लापरवाही से होने वाले किसी भी अपराध को लेकर सजग रहें। गोल्ड लोन, बैंक, सराफा, पंप संचालकों को पूर्व में भी हिदायत दी जा चुकी है और फिर से समस्त व्यापारियों से अपील की जाती है कि वे एक ही रास्ते से बार-बार आना-जाना न करें, खासकर रात के वक्त और सूने रास्तों पर सावधान रहें। रुपए लेकर अकेले न जाएं, अपने साथ किसी विश्वस्त व्यक्ति को रखें और पूरी सावधानी बरतें।