जहां नहीं कोई व्यवस्था, ऐसे विद्यालयों में पढ़ाएंगे शताधिक अतिशेष शिक्षक,शिक्षा विभाग ने आदेश किया जारी

कोरबा। जिले में सरकार की ओर से संचालित किए जा रहे अलग-अलग केटेगरी के विद्यालयों को बेहतर करने के लिए कोशिश चल रही है। शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद व्यवस्था का विश्लेषण किया जाना जारी है। शिक्षा विभाग ने रिपोर्टिंग कराने के साथ उक्त विद्यालयों में 106 सरप्लस शिक्षकों की पदस्थापना कराई है जो या तो शिक्षकविहीन थे या एकल शिक्षक थे। इससे व्यवस्था ठीक होगी और पढ़ाई ठीक होगी।


जिले के पांच विकासखंड के अंतर्गत ली गई जानकारी के आधार पर इतने शिक्षक सरप्लस मिले हैं। प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के अनुपात में पदस्थ शिक्षकों की संख्या पता की गई। इस आधार पर स्पष्ट हुआ कि 106 शिक्षक अतिशेष हैं और संबंधित संस्थाओं में इनकी उपयोगिता नहीं है बल्कि इनकी सेवाएं कहीं और ली जानी चाहिए जहां वाकई आवश्यकता है।

शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को कमी से जूझ रहे संस्थाओं में भेजने का आदेश जारी किया है। बताया गया कि शिक्षकों की सहमति से उनकी पदस्थापना जिला शिक्षा अधिकारी तामेश्वर उपाध्याय ने की और पठन-पाठन शुरू कराने को कहा।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज चौबे, उपाध्यक्ष नरेंद्र चंद्रा, राजेंद्र नायक और अन्य ने इस आदेश का स्वागत किया। कहा गया कि इस व्यवस्था से निश्चित तौर पर उन संस्थाओं की व्यवस्था बेहतर होगी और विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जहां पर शिक्षकों की कमी से समस्याएं थी। विषय पर गंभीरता दिखाने के साथ जो कार्य किया गया है वह अच्छा है और यह परिणाम देने वाला साबित होगा।


6 अगस्त को मेगा बैठक


शिक्षकों से जुड़ी कई समस्याओं को लेकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन 6 अगस्त को जिले के सभी संकुल में पालक शिक्षक मेगा बैठक कर रहा है। इसमें समस्याग्रस्त विद्यालयों में शिक्षकों की पदस्थापना, सितंबर 2023 से दिसंबर 2023 का वेतन लंबित है उन्हें इसका भुगतान करने और अन्य विषय पर रणनीति बनाई जाएगी। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।