वन्य प्राणियों का शिकार के फरार आरोपी गिरफ्तार, जेल भेजे गए

कोरबा-पाली । वन्य प्राणी जंगली सूअर व चीतल का शिकार के फरार आरोपियों को आखिरकार वन अमले की टीम ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल करा दिया है। मामले को मुख्य आरोपी अभी भी फरार है जबकि उसकी पत्नी सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 


जानकारी के अनुसार यह मामला 18 जुलाई को सामने आया था जब एक सूचना पर वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत के मार्गदर्शन में वन अमले ने राजस्व और पुलिस विभाग के कर्मियों के साथ ग्राम दमिया के जंगल में महेन्द्र गंधर्व के घर पर दबिश दी।

घर पर ताला लगा हुआ था जिसे पंचनामा तैयार कर तोड़ा गया। घर की तलाशी में कटा हुआ चीतल का मांस,एक नग भुना हुआ जंगली सुअर पाया गया। सभी 1 नग जंगली सुअर का शव 38 किलो, 9 बंडल सेटरिंग तार, 2 नग नायलोन जाल, 1 नग फरसा,सहित चीतल का मांस कटा हुआ बाल्टी में 16 किलो एवं बोरी में 38 किलो, नायलोन जाली 2 गुच्छा, चीतल का सिंग 4 नग 1 नग चीतल का सिर वजन ढाई किलो, 2 बंडल बिजली तार, 1 नग कुल्हाड़ी, 1 नग दोपहिया वाहन क्रमांक सीजी 10 बीएच 0370 (हीरो स्पलैण्डर) आदि जप्त किया गया। फरार आरोपियों महेन्द्र गंधर्व, सुरेन्द्र गंधर्व, विरेन्द्र गंधर्व तीनों पिता संतराम गंधर्व, महावीर गंधर्व पिता धर्मेन्द्र की तलाश की जा रही थी कि ग्राम दमिया से कल गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

मुख्य आरोपी महेन्द्र अभी भी फरार है जबकि बयानों के आधार पर अपराध में शामिल उसकी पत्नी निर्मला बाई को भी आरोपी बनाया गया है।


सभी अपराधियों ने वन्यप्राणी का 11 के.व्ही. विद्युत प्रवाह तार जंगल में फैलाकर शिकार करना स्वीकार किया। अपराधियों के विरूद्ध भारतीय वन्यप्राणी अधिनियम 1972 के तहत् प्रकरण दर्ज कर न्यायालय पाली में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय में अपराध सिद्ध होने से अपराधियों को जेल भेजा गया है।