46 मालवाहक वाहनों पर सवारी बैठाने पर कटा 1.10 लाख का चालान

कोरबा : कवर्धा के बाद कोरबा में भी मालवाहक गाड़ियों के दुर्घटना होने के पश्चात पुलिस ने जांच अभियान शुरू कर दिया है। चौक- चौराहों में सवारी भर कर चल रही मालवाहक गाड़ियों के विरूद्ध कार्रवाई की। इस दौरान 16 मालवाहक वाहनों का चालन काट कर एक लाख 10 हजार 500 रुपए शुल्क जमा कराया।


तीन दिन पहले कर्वधा में सवारी भर कर जा रही थी मालवाहक दुर्घटना होने 19 लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद मालवाहक चालक सबक लेने के बजाए सवारी ढोना जारी रखे है। बुधवार को कोरबा जिले के सतरेंगा मार्ग मेें गढ़कटरा के मालवाहक पिकअप के पलटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि छह लोग घायल हो गए थे।

इसके बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर मालवाहक वाहनों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर थाना- चौकी के मुख्य मार्ग, चौक चौराहों पर पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। इसी कड़ी में थाना चौकी एवं यातायात द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का किया जा रहा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान एवं नेहा वर्मा की अगुवाई जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी थाना- चौकी एवं यातायात के द्वारा मालवाहक गाड़ियों में व्यक्तियों को बैठाकर परिवहन करने वालों पर कार्रवाई की गई।

दो दिवस के भीतर पुलिस ने 46 मालवाहक गाड़ियों पर सवारी बैठाने पर चालानी कार्रवाई की और एक लाख 10 हजार 500 रुपए समन शुल्क वसूला। पुलिस के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा मुख्य चौक चौराहा एवं भीडभाड वाले इलाकों एवं बाजार में जाकर पैट्रोलिंग किया गया गलत तरीके से वाहन चलाने वाले एवं ओवर स्पीड वाहन चलने वाले पर पुलिस ने कार्रवाई की।

लगातार हो रहे दुर्घटना में कमी लाने के लिए यह विशेष अभियान को चलाया गया। अभियान के तहत वाहनों को रोककर जांच करने के साथ ही चालकों को समझाइश दी कि ओवर स्पीड वाहन ना चलाएं, ना ही शराब पीकर वाहन चलाएं और ना ही अपने करीबियों को नशे की हालत में वाहन चलाने दे।

मालवाहक वाहन में माल के अलावा किसी अन्य चीज का परिवहन ना करें। साथ ही कहा कि यदि पुन: नियम विरूद्ध वाहन चालन करते मिलते हैं, तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। .

तेंदूपत्ता राशि आहरण के लिए माल वाहक से शहर पहुंच रहे संग्राहक

इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम चल रहा हैँ। संग्राहकों नकद के बजाए उनके खाते में आनलाइन भुगतान की जा रही है। वनांचल ग्रामीण क्षेत्रों बैकिंग की सुविधा नहीं है। राशि आहरण के लिए ग्रामीणों को शहर की दौड़ लगानी पड़ रही है।

यात्री वाहन की तुलना में भार वाहक वाहन से यात्रा सस्ता है। सहूलियत के लिए गांव के लोग मिलकर माल वाहक वाहन को बुकिंग कर रहे हैं। लंबे समय से ग्रामीण सड़कों में सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बनी हुइ है।

ग्रामीणों का कहना कि फड़ो में कियोस्क बैंक की भी सुविधा दी जानी चाहिए, ताकि जरूरत मंद ग्रामीण अपनी सुविधानुसार नकद राशि का आहरण कर सके।